नयी दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने मंगलवार को संकेत दिया कि विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में भारत की स्थिति और सुधरेगी। यह रिपोर्ट बुधवार को जारी होनी है। प्रभु ने कहा, ‘कल आपको एक अच्छी खबर सुनने को मिलेगी कि कारोबार सुगमता के मानदंडों पर भारत की रैंकिंग सुधरी है। हमने इस दिशा में उल्लेखनीय रूप से सुधार किया है। विश्व बैंक द्वारा बुधवार को रिपोर्ट जारी करने के साथ हम इसकी औपचारिक घोषणा करेंगे।’ विश्व बैंक की पिछले साल की कारोबार सुगमता रैंकिंग में भारत 30 पायदान की छलांग के साथ 100वें स्थान पर पहुंच गया था। इसमें 190 देशों को रैंकिंग दी गई थी।
विश्व बैंक की यह रैंकिंग दस मानदंडों मसलन कारोबार शुरू करना, निर्माण परमिट, बिजली कनेक्शन हासिल करना, कर्ज हासिल करना, करों का भुगतान, सीमापार कारोबार, अनुबंध लागू करना और दिवाला मामले का निपटान पर आधारित होती है। सूत्रों का कहना है कि भारत की स्थिति निर्माण परमिट, कारोबार शुरू करने और सीमापार कारोबार में सुधर सकती है। भारत अमेरिका व्यापार संबंधों पर प्रभु ने कहा कि हम इस मुद्दे को सुलझाने के लिए उनके साथ बातचीत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत एक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और यहां अमेरिकी कंपनियों को काफी फायदा मिल सकता है। प्रभु ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि चीन में परिचालन कर रही 2,300 कंपनियां कहीं और स्थानांतरित होना चाहती हैं। हम उन्हें विकल्प की पेशकश करना चाहते हैं।