बेंगलुरु: बेंगलुरु की युवती रंजनी शंकर के रात में सुरक्षित घर पहुंचने और एक ऑटो चालक के उसके लिए मददगार साबित होने संबंधी पोस्ट बीते सप्ताह फेसबुक पर वायरल हुआ था। इसके बाद इस घटना के विपरीत बेंगलुरु से ही अब एक ऐसा पोस्ट सामने आया है जो महिलाओं की सुरक्षा पर फिर सवाल खड़े कर रहा है। नेहा अग्रवाल नाम की लड़की ने फेसबुक पर यह पोस्ट साझा किया है जिसमें उसने अपना खौफनाक अनुभव सुनाया है।
नेहा अग्रवाल ने बताया है कि वह बेंगलुरु में 20 जुलाई को रात में करीब 8 बजे ऑटो रिक्शे में सफर कर रही थी। इस दौरान उसे सामने से आने वाले वाहनों की लाइट में दिखा कि रिक्शे में सीट के पीछे के हिस्से में कोई बैठा है और उसके पास कोई धातु की वस्तु है। नेहा ने तुरंत ऑटो रिक्शे से कूदने का फैसला लिया। तेज बारिश के बीच जैसे ही रिक्शा गोपालन मॉल के मोड़ पर धीमा हुआ, नेहा ने उसमें से छलांग लगा दी। इस दौरान वह एक कार से भी टकराई लेकिन सौभाग्य से उसे कोई चोट नहीं लगी।
मौके पर मौजूद यातायात पुलिस के अधिकारी ने उसे देखा और दौड़कर उसके पास पहुंचा। नेहा ने ऑटो रिक्शे की तरफ इशारा किया तो पुलिस ने उसे रोक लिया। ऑटो की तलाशी लेने पर उसमें सीट के पीछे के हिस्से में एक छोटा लड़का बैठा हुआ मिला। उसके हाथ में चाकू था। पुलिस अधिकारी ने ऑटो चालक और लड़के को पकड़ लिया और अन्य पुलिस कर्मियों ने नेहा हो दूसरे ऑटो में बिठाकर रवाना किया। नेहा ने अपनी पोस्ट में बेंगलुरु पुलिस को मदद करने के लिए धन्यवाद दिया है।