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  • राईट टू रिजेक्ट फैसलाः भारतीय लोकतंत्र का स्वर्णीम दिन

    <p><strong>Right to Reject</strong></p> <p>देश की सर्वच्च न्यायालय ने एक ऐतिहासिक फैसला देकर भारतीय लोकतंत्र में नए प्राण फूंक दिए हैं।</p> <p>पीपुल्स यूनियन फ़ॉर सिविल लिबर्टी (पीयूसीएल) की याचिका पर सुनवाई करते फैसला दिया कि राईट टू रिजेक्ट एक आम मतदाता का संवैधानिक अधिकार है।&nbsp; पीयूसीएल ने यह याचिका 2004 में दायर की थी।<br /> <br […]

    • By: शरद जोशी
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    • In: Uncategorized
  • शिक्षा की अवधारणा ने बदला शिक्षक का महत्व

    शिक्षा की अवधारणा ने बदला शिक्षक का महत्व

    5 सितम्बर को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की परंपरा बहुत पुरानी है। शिक्षक कौन होता है और उसका हमारे जीवन में क्या महत्त्व है? वास्तव में शिक्षा है क्या? क्या बच्चों की स्कूली पढ़ाई ही शिक्षा है या इससे कुछ अधिक है? बच्चे जो घर में सीखते […]

  • लंदन के डैली मेल ने लिखा- बेशर्म है भारत सरकार!

    <p>लंदन से प्रकाशित होने वाले अंग्रेजी अखबार &#39;डेली मेल&#39; ने अपनी अपनी वेबसाइट &lsquo;मेल ऑनलाइन टुडे&rsquo; में भारत सरकार को &lsquo;बेशर्म&rsquo; कहा है। &lsquo;मेल ऑनलाइन टुडे&rsquo; की एक खबर की हेडलाइन के मुताबिक- &ldquo;Shameless Union Cabinet approves ordinance to protect convict politicians despite Supreme Court efforts&rdquo; जिसका मतलब है- &ldquo;बेशर्म केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने सुप्रीम कोर्ट […]

    • By: अजय शुक्ला
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    • In: Uncategorized
  • संजय दत्ते जैसे अपराधियों को जेल क्यों नहीं भेजा जाना चाहिए?

    पिछले दिनों 1993 में मुंबई में हुए सीरियल बम ब्लास्ट के कई आरोपियों को अदालत द्वारा सुनाई गई। इन सज़ा पाने वालों में अन्य आरोपियों के विषय में तो शायद देश इतना अधिक परिचित नहीं परंतु इन आरोपियों के साथ ही अवैध रूप से हथियार व गोलाबारूद रखने के मामले में सज़ा पाने वाले फिल्म […]

    • By: निर्मल रानी
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    • In: Uncategorized
  • स्थानीय लोगों की मदद से ही पक्की होगी ‘जीत’

    सन 1962 के युद्घ में परास्त होने के बावजूद शांति के मोर्चे पर भारत जीत हासिल कर रहा है जबकि चीन जीतने के बावजूद मैकमोहन रेखा के दोनों ओर चुनौतियों का सामना कर रहा है। सन 1962 के भारत-चीन युद्घ में किसे जीत हासिल हुई? यह सवाल हास्यास्पद प्रतीत होता है, खासतौर पर उन लोगों […]

    • By: शरद जोशी
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    • In: Uncategorized
  • पत्रकार राघवेंद्र द्विवेदी को तरुण कला संगम का पुरस्कार

    बाजारीकरण के दौर में समाज को सही मार्ग दिखा पाना अत्यंत चुनौतीपूर्ण है। मुंबई जैसे शहर में यह कार्य और भी जटिल है। त्रासदी यह है कि लोकतंत्र के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ मीडिया को भी बाजारीकरण ने अपने चुंगल में ले लिया है। उक्त उद्गार मुंबई के पुलिस आयुक्त डॉ. सत्यपाल सिंह ने मुंबई के […]

    • By: मीडिया डेस्क
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    • In: Uncategorized
  • 27 से 29 तक बठिंडा में ज्योतिष सम्मेलन

    सभी वर्गों को ज्योतिष का वैज्ञानिक स्वरूप उदेश्य अखिल भारतीय ज्योतिष सम्मलेन बठिंडा की और से २७-से २९ सितम्बर तक सेठ भानमल ट्रस्ट नई बस्ती-६ बठिंडा में विशाल ज्योतिष सम्मलेन का आयोजन किया जा रहा हे. दिली,उतरप्रदेश,उतराखंड,हरियाणा,राजस्थान,मध्यप्रदेश,उड़ीसा,महाराष्ट्र्र आदि प्रदेशो के विश्वविख्यात ज्योतिर्विद ईस सम्मलेन में भाग लेकर फ्री ज्योतिष परामर्श के लिए उपलब्ध होगे सम्मलेन […]

    • By: निर्मल रानी
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    • In: Uncategorized
  • मूवीज़ नाउ पर देखिये एक से एक जांबाज़ हीरों के कारनामें-23 सितंबर से

    लीथल वेपन 2 में कारपेंटर का नाम मैकजी है, जो कि इस भूमिका को निभाने वाले जैक मैकजी का असली सरनेम भी है  लीथल वेपन 3रू मार्बल स्लैब्स,जो कि फिल्म में तबाह किए गए एक पुराने सिटी हॉल का हिस्सा थीं, आज ओरलैंडो, फ्लोरिडा में एक स्थानीय आउटडोर कैफे में टेबलटॉप्स के तौर पर […]

    • By: अजय शुक्ला
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    • In: Uncategorized

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