Monthly Archives: June, 2017
पृथ्वी पर हो रहे शोध के बारे में भी जानिए
हमारी पृथ्वी कैसी है? यह अपने में किन चीजों को समाहित किये हुए है? पृथ्वी का भविष्य क्या होगा और मनुष्य को पृथ्वी के तत्वों के साथ कैसा बर्ताव करना चाहिए? मानव सभ्यता की उच्च आकांक्षाओं के कारण हमारी पृथ्वी में बहुत भारी उथल-पुथल चल रही है। सबसे बढ़कर जलवायु परितर्वन का साया हमारे ऊपर मंडरा रहा है।
देश भर में फर्जी शंकराचार्यों की बाढ़
आदि जगद्गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार पीठों में से केवल दक्षिण भारत की शृंगेरी पीठ को छोडकर अन्य तीनों में शंकराचार्य के पदों को लेकर विभिन्न साधु-संतों में जबरदस्त झगड़ा चल रहा है। इन तीनों पीठों के उत्तराधिकारी का मामला कोर्ट-कचहरी तक जा पहुंचा है।
यह आंदोलन, वह आंदोलन ….!!
इसे संयोग ही मानता हूं कि मध्य प्रदेश के मंदसौर में जिस दिन पुलिस फायरिंग में छह किसानों की मौत हुई, उसी रोज कभी मध्य प्रदेश का हिस्सा रहे छत्तीसगढ़ से मैं अपने गृहप्रदेश पश्चिम बंगाल लौटा था। मानवीय स्वभाव के नाते शुक्र मनाते हुए मैं खुद को भाग्यशाली समझने लगा कि इस मुद्दे पर विरोधियों की ओर से आयोजित बंद की चपेट में आने से पहले ही मैं ट्रेन से अपने गृहनगर लौट आया।
भीड़तंत्र की हिंसा से जख्मी होता समाज
उत्तर प्रदेश के आगरा में भाजपा नेता की हत्या के बाद भीड़ ने ही दो हमलावरों में से एक को पीट-पीटकर मार डाला। दिल्ली में खुलेआम दो लड़कों को पेशाब करने से रोकने पर गतदिनों एक ई-रिक्शा चालक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।
अर्जुन रामपाल के सहयोग से क्राय ने बड़ी धनराशि एकत्र की
चाइल्ड राइट्स एंड यू अमेरिका की लाभ-निरपेक्ष संस्था है जो की सुविधा से वंचित बच्चों के अधिकार और सुरक्षा के लिए काम करती है। क्राई गाला रात्रि भोज २०१७ का आयोजन तंदूरी गार्डन रेस्टोरेन्ट अनहैम्स कैलिफोर्निया में किया । इस कार्यक्रम में संस्था ने लगभग ६० हजार डॉलर एकत्रित किये।
भारत में आए सूफियों की हकीकत का खुलासा करती किताब
भारत में मुगलों ने अपने शासनकाल में यहां के समाज को किस तरह से तिरस्कृत किया, उसका इतिहास सर्वविदित है। पूरे भारतवर्ष में मंदिरों का विध्वंस करके उनके स्थान पर उन्हीं से तोड़कर निकाली सामग्री से मस्जिदें, दरगाहें और मदरसे बनवाए गए, इसके भी कम प्रमाण नहीं हैं।
अमेरिका का पेरिस जलवायु समझौते से अलग होना
अवधेश कुमार - 0
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का पेरिस जलवायु समझौते से अलग होने का ऐलान पूरी दुनिया के लिए बड़े आघात जैसा है। लंबी कवायद के बाद तो दिसंबर 2015 में 195 देशों के बीच पेरिस में ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन और धरती के बढ़ते तापमान को कम करने को लेकर एक सहमति बनी थी और स्वयं अमेरिका ने उसकी अगुवाई की थी।
सही राह पर आगे बढ़ाने उत्कृष्ट विचारों को मिले जगह
अपने को बदले बिना दूसरों को बदला जाना संभव नहीं है। शिक्षण, वाणी और लेखनी की शक्ति अब धीरे-धीरे घटती चली जा रही है, क्योंकि कई बार देखा गया है कि शिक्षक, वक्ता और लेखक स्वयं वैसा आचरण नहीं करते जैसा कि दूसरों से कराना चाहते हैं।
सिख ट्रक ड्रायवर बना इंग्लैंड का सांसद
भारतीय मूल के सिख तनमनजीत सिंह ढेसी उर्फ टैन ढेसी और वीरेंद्र शर्मा ने इंग्लैंड में इतिहास रचा है. तनमनजीत सिंह ब्रिटेन की संसद हाऊस ऑफ कॉमन्स के पहले सिख यानी पगड़ीधारी सांसद चुने गए हैं.
कितना बदल गया पत्रकारिता का चेहरा
फ़िरदौस ख़ान - 0
ख़बरों और विचारों को जन मानस तक पहुंचाना ही पत्रकारिता है. किसी ज़माने में मुनादी के ज़रिये हुकमरान अपनी बात अवाम तक पहुंचाते थे. लोकगीतों के ज़रिये भी हुकुमत के फ़ैसलों की ख़बरें अवाम तक पहुंचाई जाती थीं.