Monthly Archives: November, 2017
संकीर्णता नहीं, स्वस्थ राजनीतिक मुद्दें हो
मुंबई में पिछले दो सप्ताह से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना बाहर से आकर बसे और कारोबार कर रहे लोगों के खिलाफ हिंसक आंदोलन चला रही है, उन्हें खदेड़ रही है, उनके रोजी-रोटी को बाधित कर रही है, इस तरह अपनी राजनीति को मजबूत करने की सोच एवं रणनीति लोकतांत्रिक दृष्टि से कत्तई उचित नहीं है।
एक ज़रूरी बहस, छत्तीसगढ़ भूजल प्रतिबंध
अरुण तिवारी - 0
05 नवम्बर को एक एजेंसी के हवाले से छपी एक खबर के मुताबिक, छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने रबी की फसलों के लिए भूमिगत जल के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है।
महिलाओं की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य की बदहाली क्यों?
देश में अस्तित्व एवं अस्मिता की दृष्टि से ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से महिलाओं के हालात बदतर एवं चिन्तनीय है।
राष्ट्रगान गाने के आधे घंटे बाद तक रिश्वत नहीं लेंगे जयपुर नगर निगम के कर्मचारी
जयपुर. नगर निगम के कर्मचारियों ने संकल्प लिया है कि वे राष्ट्रगान गाने के आधे घंटे बाद तक रिश्वत नहीं लेंगे, जो भी लेन-देन करना है, उसे आधे घंटे बाद ही शुरु करेंगे। जयपुर नगर निगम (जननि) के सारे कर्मचारियों ने मेयर अशोक लाहोटी के साथ इस नये टाइम-टेबल की शपथ ली। इसे राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत से पैदा हुई देशभक्ति का असर बताया जा रहा है।
खजुराहो में 2-3 दिसम्बर को राष्ट्रीय जल सम्मेलन में देश भर से जुटेंगे पर्यावरण कार्यकर्ता
16 से 18 अगस्त तक कर्नाटक के बीजापुर में जनल-जन-जोड़ो अभियान ने भारत को दुष्काल-मुक्त बनाने के लिए देश के 101 नदी घाटी के पानी एवं पर्यावरण पर कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को एक मंच पर एकत्रित किया था।
बाबा रामदेव के याथ योग करने वाली मुस्लिम युवती को धमकी
योग गुरु रामदेव के साथ तस्वीर वायरल होने के बाद चर्चा में आईं योग टीचर राफिया नाज के खिलाफ फ़तवा जारी किया गया है।
खिलौना कार बताती है रेल्वे के कोच में कहाँ गड़बड़ी है
बिलासपुर रेल मंडल के मैकेनिकल विभाग ने बच्चों के खिलौने वाली गाड़ी को परिस्कृत कर इसका इस्तेमाल कोचिंग डिपो में पहुंचने वाली ट्रेनों के पुर्जों की जांच करने के लिए टेक्नोलॉजी के रूप में ईजाद किया है। इसके लिए बच्चों की बैटरी ऑपरेटेड कार में रिकार्डिंग कैमरे और एलईडी लाइट से लैस कर उसे रिमोट के जरिए हर कोच के नीचे से गुजारते है।
किस्सा दो नामी जूता बनाने वाली कंपनियों की जूतमपैजार का
अक्सर सुना होगा कि गली मोहल्ले की लड़ाई में जूते चल गए. आज जूते बनाने वाली कंपनियों की लड़ाई की बात करते हैं. यह एक परिवार के दो भाइयों के लड़ने की कहानी है जिसने दुनिया की दो सबसे बड़ी कंपनियों को जन्म दिया.
तब इंदिरा गाँधी ने कहा था ये खिचड़ी सरकार है
भारतीय परिवारों में खिचड़ी महज एक प्रकार का भोजन नहीं है, वरन् यह एक पारंपरिक पकवान है। खिचड़ी को भारत के त्यौहारों का मान समझा जाता है। ऐसे कई त्यौहार आते हैं, जिसके दौरान खिचड़ी बनाया जाना अनिवार्य है।
हिन्दी लेखिका कृष्णा सोबती को मिलेगा साल 2017 का ज्ञानपीठ पुरस्कार
हिन्दी की प्रख्यात लेखिका कृष्णा सोबती को इस वर्ष का ज्ञानपीठ पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है। भारतीय ज्ञानपीठ के निणार्यक मंडल की बैठक में 92 वर्षीय सोबती का चयन किया गया। यह बैठक हिन्दी के सुप्रसिद्ध मार्क्सवादी आलोचक डॉ. नामवर सिंह की अध्यक्षता में हुई।