Saturday, April 27, 2024
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Monthly Archives: January, 2018

गणतंत्र दिवस, भारतीय संविधान और गणतंत्र के प्रति अपनी वचनबद्धता दोहराने का दिन

गणतंत्र दिवस हर वर्ष जनवरी महीने की 26 तारीख को पूरे देश में देश प्रेम की भावना से ओत-प्रोत होकर मनाया जाता है। भारत के लोग हर साल 26 जनवरी का बेसब्री से इंतजार करते हैं, क्योंकि 26 जनवरी को ही 1950 में भारतीय संविधान को एक लोकतांत्रिक प्रणाली के साथ भारत देश में लागू किया गया था। कहा जाए तो 26 जनवरी को ही हमारे गणतंत्र का जन्म हुआ। और भारत देश एक गणतांत्रिक

देश की पहली शादी, जहां परोसे जाएंगे प्राकृतिक आहार

अपने जायके के लिए मशहूर मध्यप्रदेश का इंदौर शहर अनोखी शादी का साक्षी बनने जा रहा है। दावा है कि यहां देश में पहली बार ऐसी शादी होने जा रही है, जिसमें परोसे जाने वाले पकवानों में प्राकृतिक खेती (आध्यत्मिक खेती) के जरिए पैदा हुए खाद्यान्न का ही इस्तेमाल किया जाएगा।

नमामि गंगे या नाकामी गंगे

अब यह एक स्थापित तथ्य है कि यदि गंगाजल में वर्षों रखने के बाद भी खराब न होने का विशेष रासायनिक गुण है, तो इसकी वजह है इसमें पाये जाने वाली एक अनन्य रचना। इस रचना को हम सभी 'बैक्टीरियोफाॅज' के नाम से जानते हैं। बैक्टीरियोफाॅज, हिमालय में जन्मा एक ऐसा विचित्र ढांचा है कि जो न सांस लेता है, न भोजन करता है और न ही अपनी किसी प्रतिकृति का निर्माण करता है। बैक्टीरियोफाॅज, अपने मेजबान में घुसकर क्रिया करता है और उसकी यह नायाब मेजबान है, गंगा की सिल्ट। गंगा मूल की उत्कृष्ट किस्म की सिल्ट में बैक्टीरिया को नाश करने का खास गुण है। गंगा की सिल्ट का यह गुण भी खास है कि इसके कारण, गंगाजल में से काॅपर और क्रोमियम स्त्रावित होकर अलग हो जाते हैं।।

मीडिया और सरकार से लोगों का भरोसा टूटा

दुनिया भर के विभिन्न देशों में सरकार के प्रति जनता के भरोसे के मामले में भारत दुनिया भर में चौथे स्‍थान पर है। ‘ग्‍लोबल ट्रस्‍ट इंडेक्‍स’ (Global Trust Index) के अनुसार, यदि चार प्रमुख क्षेत्रों (सरकार, मीडिया, बिजनेस और एनजीओ) की बात करें तो भारत तीसरे नंबर पर है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल के मुकाबले लोगों का भरोसा सरकार व मीडिया के प्रति कुछ कम हुआ है।

इस मुस्लिम स्कूल में गूँजते हैं संस्कृत के श्लोक

जब वडोदरा के याकूतपुरा एरिया के इस स्कूल के पास से होकर गुजरेंगे तो आप संस्कृत के श्लोक की आवाज सुनकर हैरान रह जाएंगे। वजह भी कुछ ऐसी ही है। स्कूल के ज्यादातर छात्र मुस्लिम हैं लेकिन यहां संस्कृत पढ़ाई जाती है। स्कूल का नाम एमईएस बॉयज हाई स्कूल है जिसे मुस्लिम एजुकेशन सोसायटी (एमईएस) चलाती है। स्कूल के प्रिंसिपल एम.एम.मालिक ने बताया कि स्कूल की स्थापना के समय से ही छात्रों को संस्कृत पढ़ाई जाती है। हाल ही में स्कूल में लड़कियों को भी दाखिला दिया गया है।

अब वेद और पुराण भी पढ़ेंगे इंजीनियरिंग के छात्र

नई दिल्ली। ऑल इंडिया टेक्नीकल एजुकेशन (AICTE) ने इंजीनियरिंग छात्रों का पाठ्यक्रम बदल दिया है। यह नया पाठ्यक्रम बुधवार को जारी कर दिया गया। खबरों के अनुसार इसके तहत इंजीनियर बनने के लिए एक छात्र को अब तक मशीनों, सॉफ्टवेयर्स, बिग डेटा और दूसरी तकनीकी चीजें पढ़ना होती थी लेकिन अब उन्हें इनके साथ ही वेद, पुराण और योग का भी अध्ययन करना होगा।

गुमनाम नायकों को मिले पद्म अलंकरण

सरकार ने गरीबों की सेवा करने वाले, मुफ्त शिक्षा प्रदान करने के लिए स्कूल खोलने वालों और जनजातीय कलाओं को वैश्विक रूप से लोकप्रिय बनाने वाली शख्सियतों को ‘पद्म श्री’ से अलंकृत किए जाने की गुरुवार को घोषणा की। यह पुरस्कार पाने वालों में केरल की आदिवासी महिला लक्ष्मीकुट्टी भी शामिल हैं जिन्होंने स्मरण से 500 हर्बल औषधि तैयार की और खासतौर पर सर्पदंश व कीटों के डंक के मामलों में हजारों लोगों की मदद की। वह केरल फोल्कलोर एकेडमी में पढ़ाती हैं और एक जंगल में स्थित एक आदिवासी बस्ती में पत्तों से बनी छत वाली एक छोटी सी झोपड़ी में रहती हैं। वह अपने इलाके से एक मात्र ऐसी आदिवासी महिला हैं जिन्होंने 1950 के दशक में स्कूली शिक्षा हासिल की थी।

सरकारी दस्तावेजों से मिटा दिया, मगर दिलों में ज़िंदा हैं बंधु सिंह

देश, 69 वें गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियों में जुटा है। यह मौका राष्ट्रहित के लिए अपना सर्वस्व न्यौच्छावर कर देने वाले क्रांतिकारियों को याद करने का है। लेकिन ऐसे वीर सेनानियों की संख्या भी कम नहीं जिनके योगदान को लम्बे अर्से तक भुलाए रखा गया। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पूर्वांचल में क्रांति के अग्रदूत रहे बंधू सिंह ऐसे ही वीर सेनानियों में से एक हैं। जिनकी विरासत को सम्भालने की शुरुआत ही डेढ़ सदी बाद हुई।

संघ से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच और किसान संघ ने सरकारी नीतियों की आलोचना की

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हुए कहा है कि बेरोजगारी और किसानों की परेशानी पर ध्यान दें। टेलीग्राफ के अनुसार, संघ परिवार के सहयोगी संगठन भारतीय किसान मंच और स्वदेशी जागरण मंच ने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले बजट में बेरोजगारी और कृषि संकट को संबोधित करने के लिए कहा है। इन संगठनों का कहना है कि मोदी सरकार को बढ़ती बेरोजगारी और कृषि समस्या को दूर करना चाहिए। स्वदेशी जागरण मंच ने सरकार से सिफारिश की है कि वे छोटे और नए उद्योगों को प्रोत्साहित करें ताकि रोजगार पैदा होने की संभावनाएं बढ़ सकें।

नेताजी का ऐतिहासिक भाषणः तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा

4 जुलाई 1944 को बर्मा में भारतीयों के सामने दिया गया नेताजी का ये प्रेरक भाषण शब्दशः प्रस्तुत है
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