Monday, May 6, 2024
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Monthly Archives: July, 2019

झुग्गी वासियों को आवास का सपना

लोगों का डर जायज है, क्योंकि एक गैरजिम्मेवार एजेंसी को सर्वे का काम दिया गया है जो कि किसी तरह खानापूर्ति करना चाहती है। दूसरी बात है कि इन-सीटू अपग्रेडेशन का काम 1990 के बाद दिल्ली में हुआ ही नहीं है।

श्रावण मास में उज्जैन में महाकाल स्वयं अपनी प्रजा को दर्शन देने निकलते हैं

आखरी सवारी को को शाही सवारी कहा जाता है यह भादौ की अमावस्या के पहले आने वाले सोमवार को शाही सवारी निकाली जाती है ।

आयुष्मान योजना का लाभ कैसे लें

सदस्यों की बंदिश नहीं - पहले से चल रही राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में प्रति परिवार प्रति साल 30 हजार का इलाज किया जाता है।

सर्वोच्च न्यायालय ने देसी गायों को बचाने के लिए दायर याचिका पर राज्यों को नोटिस जारी किया

देसी गायों को बचाने और मवेशियों की विदेशी नस्लों के साथ क्रॉस ब्रीडिंग रोकने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और सभी राज्यों को नोटिस जारी किया है.

भृगु कमण्डल : आश्चर्यजनक! 12 महीने चट्टान में कहाँ से आता है पानी

भृगु कमंडल तक पहुँचना कठिन तो नहीं है, लेकिन बाकी स्थानों की अपेक्षा यहाँ पहुँचने में थोड़ा अधिक समय और श्रम तो लगता ही है।

धोबी के पास कुत्ता कैसे आ गया, अकल भैंस से बड़ी कैसे हो गई…

जैसे कि *धोबी का कुत्ता घर का ना घाट का ।* यह मुहावरा वैसे तो किसी ऐसे व्यक्ति हेतु बोला जाता है जिसके लिए कोई विकल्प न बच गया हो।

कट मनी भ्रष्टाचार की काली राजनीति

पश्चिम बंगाल की असली समस्या ‘कट मनी’ नहीं बल्कि ‘काली राजनीति’ है। असली समस्या देश की जड़ों को खोखला करके कट मनी से काला धन पैदा करना है और उसे राजनीति उद्देश्यों में उपयोग में लेना है।

क्या नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ही थे गुमनामी बाबा

गुमनामी बाबा ही नेताजी थे, इसकी पुष्टि कई साल पहले भी हो चुकी है। जब मृत्‍यु के बाद गुनमामी बाबा का सामना खंगाला गया,

…और इस तरह मंगल पांडे 1857 की क्रांति के नायक बन गए

अब यह सिर्फ दिमागी कसरत भर है कि अगर 29 मार्च के पहले 19 रेजिमेंट बैरकपुर आकर 34 रेजिमेंट के साथ मिल जाती तो क्या होता. खैर, ऐसे मौकों पर उसी दौर के नामचीन शायर ग़ालिब का शेर याद आता है

आजम खान, अच्छा हुआ तुम पाकिस्तान नहीं गए !

ऊपर जिन हस्तियों का जिक्र है, उनके पासंग बराबर भी नहीं है आज़म खान। अतः आज़म खान के बाप दादे अगर 1947 पाकिस्तान चले गए होते तो आज़म खान का वहां क्या हाल होता.?
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