Saturday, May 18, 2024
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Monthly Archives: June, 2021

आन बान और शान का प्रतीक गंगा गोल्डन जुबली संग्रहालय, बीकानेर

अमरसर से प्राप्त 9वीं से 11वीं शताब्दी की धातु मूर्तियां भी उल्लेखनीय हैं। इनमें से कुछ मूर्तियों पर कुटिल लिपि के खेल उत्कीर्ण हैं। कुछ वर्ष पूर्व नागौर जिले के

कोरोना के कारण जान गंवाने वालों के घर आंसू पौंछने, दर्द बांटने गांव-गांव पहुंचे बिरला

लोकसभा अध्यक्ष बिरला बूंदी के विकास नगर स्थित संपत शर्मा के घर भी पहुंचे जिनकी कुछ दिनों पूर्व कोरोना के चलते मृत्यु हो गई थी। परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बाद जैसे ही बिरला

पश्चिम रेलवे क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक संपन्न

राजभाषा बैठक के प्रारंभ में पश्चिम रेलवे के मुख्य राजभाषा अधिकारी, श्री अजय गोयल ने समिति के अध्यक्ष एवं अपर महाप्रबंधक, गृह मंत्रालय के उपनिदेशक,

फेसबुक की मनमानी के खिलाफ सूचना प्रसारण मंत्रालय को शिकायत

नीचे लिखी पोस्ट में कौन सी बात भला हेट स्पीच वाली बात है। आप ही बता दीजिए । इस पोस्ट के लिए कल एक महीने के लिए मुझे प्रतिबंधित कर दिया है।

पश्चिम रेलवे के 19 रेल सुरक्षा बल कर्मी अति उत्कृष्ट और उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित

पश्चिम रेलवे के 15 अन्य रेल सुरक्षा बल कर्मियों को 15 वर्षों तक समर्पण एवं कठिन परिश्रम के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन के लिए उत्‍कृष्‍ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।

आयुर्वेद ही बचा सकता है कोरोना की काली छाया से

प्राकृतिक-श्रमनिष्ठ बहादुर किसान लोगों की कोशिकाएँ जब इस वायरस के विरूद्ध फेफडे में पहुँचने से पहले हमला कर देती हैं, तब उनकी झिल्ली में सूजन नहीं आती।

आईआईएमसी बना देश का सर्वश्रेष्ठ मीडिया शिक्षण संस्थान

प्रो. द्विवेदी ने कहा विद्यार्थियों की सफलता ही किसी संस्थान की सफलता है। हम अपने विद्यार्थियों को हर वह समस्त अवसर सुलभ करा रहे हैं, जो उनके सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी हैं।

सीसीपी से जुड़ी चीनी तकनीकी कंपनियों का भारत में घुसपैठ की कोशिश; मुक़ाबले की चुनौती?

भारतीय स्टार्टअप्स को फंड मुहैया कराकर और नियमों और कर के ढांचे को आसान बनाकर उन्हें बढ़ावा देने से स्टार्टअप्स के फलने-फूलने के लिए मज़बूत आधार को बनाने में मदद मिलेगी.

25 जून की वो काली रात, जो आज भी डराती है

इन सबको लिखने के लिए कलम में स्याही के साथ अपने खारे आंसुओं को मिलाना पड़ता है। आपातकाल की स्मृतियों को एक बार पुनः स्मरण कराने का तात्पर्य केवल इतना है कि नई पीढ़ी

खालिस्तानियों से भिड़ने वाले महान देशभक्त विकास की रिहाई के लिए आगे आईये

विकास जुड़ की रिहाई के लिए पूरे दुनिया में अभियान चलने की जरूरत थी , जहां-जहां भी हिंदू देशभक्त रहते हैं वहां वहां विकास जूड़ की रिहाई के लिए अभियान ,आंदोलन, प्रदर्शन होने चाहिए
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