Monthly Archives: January, 2022
क्षमा का भाव जागते ही पूरा परिवार एक हो गया
साधक ने दामाद से रूपये लिये और अपनी इच्छानुसार बेटी व नातियों में बाँट दिये । सब कार में बैठे, घर पहुँचे। पन्द्रह वर्ष बाद उस अर्धरात्रि में जब माँ-बेटी, भाई-बहन, ननद-भाभी व बालकों का मिलन हुआ तो ऐसा लग रहा था
गाँधी के पहले राजनीतिक शिकार-स्वामी श्रद्धानन्द
काकीनाडा कांग्रेस सम्मेलन में देश के ८ करोड़ अछूतों के उद्धार की जो घृणित योजना बनी, उसके कारण भी काफी असंतोष फैला | योजना के मुताबिक अछूतों को हिन्दू और मुसलमानों में बराबर बांटने की बात कही गयी |
कल्याण सिंह को पद्म विभूषण के राजनैतिक निहितार्थ
दो नवंबर 1990 की घटना के बाद रामभक्तों को उन्होंने विश्वास दिलाया कि निकट भविष्य में ऐसी सरकार आने वाली है जो पुष्पवर्षा कर रामभक्तों का अभिनंदन करेगी। वास्तव में अब योगी सरकार उनके सपनों को पूरा करने में लगी हुई है।
गांधी : सदा के लिए, सबके लिए
मनोज कुमार - 0
गांधी के विचार इसलिए हमेशा सामयिक हैं कि उन्हें जिस खाने में रखना चाहेंगे, आकार ले लेगा. सत्य, अहिंसा, नैतिक मूल्य, आत्मनिर्भरता, महिला शिक्षा, किसान आदि इत्यादि ऐसे विषय हैं
एडवेंचर पर्यटन पर आईं नई पुस्तक ” रोमांचक साहसिक पर्यटन”
रोमांचक साहसिक पर्यटन 128 पृष्ठ की इस पुस्तक की क़ीमत 142 रूपये रखी गयी है। पुस्तक के मुख पृष्ठ को पैराशूट रोमांच के साथ प्रस्तुत किया है। पिछले पृष्ठ पर लेखक का सारगर्भित परिचय है।
पश्चिमी नौसेना कमान ने संयुक्त समुद्री अभ्यास ‘पश्चिम लहर (एक्सपीएल-2022)’ का आयोजन किया
इसके अलावा, भारतीय नौसेना के समुद्री टोही विमान पी8आई, डोर्नियर्स, आईएल 38 एसडी, मानव रहित हवाई प्रणाली और मिग-29के युद्धक विमान (स्ट्राइक एयरक्राफ्ट) के साथ - साथ भारतीय वायुसेना ने एसयू 30 एमकेआई एवं जगुआर समुद्री युद्धक विमान (मेरीटाइम स्ट्राइक एयरक्राफ्ट),
संविधान कैसे बना?
द्वितीय महायुद्ध के बाद तथा नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के भय से और भारत की सेनाओं में अपने प्रति निष्ठा शिथिल देखकर तथा स्वयं इंग्लैंड में लेबर पार्टी द्वारा उपनिवेशों की समाप्ति की घोषणा के कारण और संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति रूजवेल्ट द्वारा द्वितीय महायुद्ध में इंग्लैंड और फ्रांस के पक्ष में युद्ध में उतरने की शर्त
उन तीनों ने कहा, हम डाकू हैं और दिल्ली में डाका डालने जा रहे थे
स्वामी जी ने अपने जीवन में न जाने कितनी आत्माओं पर उपकार किया। स्वामी जी की जीवनी हर आर्य को एक बार अवश्य पढ़नी चाहिए। स्वामी जी प्रतिदिन एक ट्रैक्ट लिखते थे। इन ट्रैक्ट में विभिन्न विषयों पर वैदिक विचारों का संकलन है।
दिल्ली के हंसराज कॉलेज में खुली ‘गौशाला’
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार उन्होंने आगे कहा--हमारा कॉलेज एक डीएवी ट्रस्ट कॉलेज है और इसका आधार आर्य समाज है। उस परंपरा के अनुरूप, हम हर महीने के पहले दिन हवन करते हैं,
‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह में पहली बार उत्साह बढ़ाने के लिए नई धुनों का समावेशन
"बीटिंग द रिट्रीट" एक सदियों पुरानी सैन्य परंपरा है। यह उन दिनों से चली आ रही है, जब सैनिक सूर्यास्त के समय युद्ध समाप्त कर अपनी-अपनी छावनी में चले जाते थे। जैसे ही बिगुल बजाने वाले पीछे हटने की धुन बजाते थे,