सौर ऊर्जा के लिए छत किराये पर दें और मुफ्त बिजली पाएं। जी हां! केंद्र सरकार आम लोगों की छतों को किराए पर लेकर सोलर पैनल लगाने की तैयारी कर रही है। इसके तहत छत के मालिक को बिजली के साथ हर माह एक तय किराया भी मिलेगा। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय आंध्र प्रदेश के दो जिलों में अगले माह पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर रहा है। इसके तहत आम लोगों की छत किराए पर ली जाएगी।
सरकारी इमारतों और सोसाइटीज की छतों पर सोलर पैनल लगाकर उन्हें ग्रिड से जोड़ा गया है। अब एक मोहल्ले या गांव की छतों को किराए पर लेकर वहां सोलर पैनल लगाकर उसे ग्रिड से जोड़ा जाएगा। इसमें छत के मालिक को कोई निवेश नहीं करना है, जिस डेवलपर ने छत किराए पर ली है, वह अपने खर्च पर सोलर पैनल लगाएगा, उसकी देखरेख और रखरखाव का जिम्मा भी डेवलपर का होगा। इसके लिए डेवलपर और छत के मालिक के बीच एक समझौता होगा। यह समझौता कम से कम दस से पच्चीस साल का होगा।
मंत्रालय का कहना है कि इस योजना के तहत छत किराए पर देने के साथ कई फायदे हैं। जिस व्यक्ति की छत पर सोलर पैनल लगे हैं, वह खुद मुफ्त बिजली इस्तेमाल कर सकता है। ऐसी स्थिति में छत के मालिक द्वारा उपयोग की गई बिजली के बाद ग्रिड को दी गई बिजली के अनुसार भुगतान किया जाएगा।
सौ मीटर की छत का किराया करीब तीन हजार रुपये प्रति माह के आसपास होगा। हालांकि, इसमें राज्य और शहर व क्षेत्र के हिसाब से बदलाव हो सकता है। दस वर्ग मीटर के क्षेत्र में लगे सोलर पैनल से प्रति दिन चार यूनिट बिजली का उत्पादन होगा।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव, प्रवीण कुमार के अनुसार, दिल्ली-आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में इस योजना पर काम चल रहा है। इससे बिल में कमी आएगी।