Saturday, April 27, 2024
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बरसात के गदले पानी से नहीं होगी जलापूर्ति प्रभावित 170 करोड़ से होगा पेयजल तन्त्र सुदृढ़–धारीवाल

कोटा। पेयजल सुविधा विस्तार के लिए 170 करोड़ से हो पेयजल तन्त्र को सुदृढ़ बनाया जा रहा है। अगले साल मार्च से मिलेगा शहर के लोगों को 24 घण्टे पेयजल सुलभ होगा एवं नदी पार क्षेत्र को अतरिक्त पानी मिलने लगेगा , इसके लिए सकतपुरा संयंत्र की क्षमता में 70 एमएलडी जल उत्पादन का इजाफा किया जा रहा है। स्वायत्त शासन मंत्री ने गरूवार को शहर में चल रहे विकास कार्यों के मौका निरीक्षण के समय अधिकारियों को निर्देश दिये कि पेयजल तंत्र सुढृढीकरण कार्यों की निरन्तर मॉनिटरिंग कर गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा कराना सुनिश्चित करें।

स्वायत्त शासन मंत्री ने बताया कि सम्पूर्ण कोटा शहर के जल वितरण को सुधारने पर 170 करोड़ रूपये की लागत के कार्य तीव्र गति से शुरू हो गये हैं, जिन्हें आगले साल मार्च तक पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है। गर्मियों का सीजन शुरू होने से पहले सम्पूर्ण कोटा के वासिंदों को 24 घण्टे पानी की सप्लाइ अनवरत चालू हो जायेगी। जिसके लिए सकतपुरा के 130 एमएलडी के प्लांट को बढ़ाकर 200 एमएलडी का किया जा रहा है। अकेलगढ पम्पहाउस की क्षमता का सुदृढीकरण किया जा रहा है तथा श्रीनाथपुरम वाटर ट्रीटमेन्ट प्लांट की क्षमता बढ़ाकर 50 एमएलडी की जा रही है।

स्वायत्त शासन मंत्री ने विकास कार्यो का निरीक्षण के समय अकेलगढ, श्रीनाथपुरम एवं सकतपुरा में सम्पूर्ण परियोजनाओं का मौका निरीक्षण कर सभी कार्यो को गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की योजना के अनुसार कार्य करें कि नये एवं पुराने कोटा के सभी घरों में तीसरी मंजिल तक बिना पम्प के 24 घंटे पेयजल सप्लाई हो सके।
बरसात में भी प्रभावित नहीं होगीआपूर्ति

स्वायत्त शासन मंत्री ने बताया कि बरसात के समय चम्बल नदी में पानी की आवक ज्यादा होने पर टर्बिडीटी के कारण पेयजल सप्लाई बाधित होती थी इसका स्थाई समाधान भी नये प्रोजेक्ट में किया जा रहा है। अकेलगढ़ में फिल्टर प्लांट रिनोवेशन के साथ ही पुराने पम्पों को बदलने का कार्य हाथ में लिया गया है।
श्रीनाथपुरम से मिलेगा 24 घंटे पानी-

श्री धारीवाल ने बताया कि श्रीनाथपुरम में अकेलगढ़ पम्प हाउस की क्षमता बढ़ाई जा रही है तथा उसका रिनोवेशन भी किया जा रहा है। श्रीनाथपुरम वाटर ट्रीटमेन्ट प्लांट की क्षमता बढ़ाकर 50 एमएलडी की जावेगी। जिससे 5 एमएलडी पानी की सप्लाई श्रीनाथपुरम व आसपास के क्षेत्रों में की जायेगी। नगर विकास न्यास द्वारा विकसित वर्षो पुरानी 14 कॉलोनियों के लिए 20 एमएलडी पानी की सप्लाई होगी जिससे निर्बाध पेयजल आपूर्ति मिल सके। इसी प्लांट से 25 एमएलडी पानी की सप्लाई राजीव गांधी नगर, राजीव गांधी नगर विस्तार एवं सिटी पार्क ऑक्सीजॉन में की जायेगी। इससे सम्पूर्ण नये कोटा के क्षेत्र में भी 24 घण्टे पानी पूरी क्षमता के साथ सप्लाई हो सकेगा।
नदी पार के क्षेत्र को अतिरिक्त पानी

स्वायत्त शासन मंत्री ने बताया कि सकतपुरा में 130 एमएलडी पानी का उत्पादन की क्षमता है अब उससे 102 के बजाय 156 एमएलडी पानी राईट मेन कैनाल से लेकर शम्भुपुरा में 2 एमएलडी के बजाय 4 एमएलडी पानी की आपूर्ति मिल सकेगी। नान्ता क्षेत्र में 3.5 एमएलडी से बढ़ाकर 7 एमएलडी, बड़गांव में 7 एमएलडी से बढ़ाकर 14 एमएलडी तथा कुन्हाड़ी व सकतपुरा क्षेत्र में 13 एलएलडी के बजाय 14 एमएलडी का पानी सप्लाई किया जायेगा। इस परियोजना के पूरा होने से नदी पार लगभग 70 एमएलडी अतिरिक्त पानी से सम्पूर्ण क्षेत्र में 24 घण्टे पूरे प्रेशर के साथ मार्च 2022 तक हर घर में शुद्व पेयजल की आपूर्ति मिलने लगेगी।
पानी की छीजत रूकेगी

चारदीवारी क्षेत्र में तथा नयापुरा से लेकर भदाना तक एवं अण्टाघर से लेकर बोरखेड़ा मानपुरा तक तीसरी मंजिल पर बगैर पम्प के पानी पहुंचाने के लिए अकेलगढ़ का रिनोवेशन व एमएसपी पाइप लाइन डालने का कार्य पगति पर है इससे वर्तमान में हो रही 100 एमएलडी पानी की छीजत में कमी आयेगी। इसका कार्य भी 2022 की गर्मी आने से पहले-पहले पूरा हो जायेगा इससे इस क्षेत्र में पूरी क्षमता के साथ वर्तमान तंत्र को पानी की सप्लाई होने से 24 घंटे आपूर्ति निर्बाध रूप से हो सकेगी।

स्वायत्त शासन मंत्री ने पशुपालकों के लिये प्रदेश में पहली बार बनाई गई आवासीय योजना का निरीक्षण कर भवन निर्माण, सड़क, पशुपालकों के लिए मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंन कहा कि यह योजना सम्पूर्ण देश के लिये अनुकरणीय साबित होगी। इस योजना के पूरा होने से पशुपालकों के साथ-साथ सम्पूर्ण कोटा के नागरिकों को भी लाभ मिलेगा। कोटा शहर आवारा पशु मुक्त होगा जिससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी। उन्होंने मौके पर निरीक्षण के समय पशुओं के लिए तालाब, पशुपालकों के लिये रंगमंच, किसान मेला स्थल, स्कूल, भवन, पशु चिकित्सालय के कार्य को मई तक पूरा कराने के निर्देश दिए।

देवनारायण आवासीय योजना में गोबर गैस का बड़ा प्लान्ट स्थापित किया जा रहा है जिसमें स्थानीय पशुपालकों से एक रूपये प्रति किलो की दर से गोबर खरीदा जायेगा, जिसका एसएमएस पशुपालक के मोबाइल पर सीधा आएगा। गोबर गैस का उपयोग घरों में रसोई व रोशनी के लिये भी किया जा सकेगा। जिसकी सप्लाई हर घर में सीधी होगी। स्वायत्त शासन मंत्री ने निरीक्षण के समय आवसीय योजना में 20 हैक्टेयर क्षेत्र में सघन वृक्षारोपण तथा प्रत्येक घर के आगे दो पौधे लगाने के निर्देश दिए ताकि गर्मियों के समय पशुओं को लाभ मिल सके।

उन्होंने चंबल रिवर फ्रंट के कार्य का कोटा बैराज के समानांतर पुल से एवं चंबल के नयापुरा स्थित पुराने पुल पर जाकर निरीक्षण किया तथा पूर्ण गति के साथ निरंतर मॉनिटरिंग करते हुए कार्य को गुणवत्तापूर्ण पूरा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने चंबल नदी में आने वाली बाढ़ के समय बालिता एवं बापू बस्ती में जाने वाले पानी को रोकने के लिये चंबल की तरफ दीवार बनाने का तकमीना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने नान्ता के पास प्रस्तावित नगर विकास न्यास की योजना का भी मौका निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देश दिए। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने गुरूवार को शहर में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण कर उनकी प्रगति का अवलोकन किया तथा संबंधित अधिकारियों को निरंतर मॉनिटरिंग करते हुए गुणवत्ता के साथ सभी कार्य समय पर पूरा कराने के निर्देश दिए।

स्वायत्त शासन मंत्री ने केशवपुरा फ्लाईओवर का निरीक्षण कर नगर विकास न्यास के अधिकारियों से प्रगति की जानकारी ली, संवेदक द्वारा बार-बार समय दिये जाने के बावजूद कार्य की कम प्रगति पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए संवेदक को 15 फरवरी तक फ्लाईओवर का कार्य पूरा करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि शहर में यातायात के सुचारू संचालन के लिए फ्लाईओवर का कार्य शीघ्र पूरा करे जिससे आमजन को असुविधा नहीं हो। स्वायत्त शासन मंत्री के दौरे के दौरान महापौर कोटा उत्तर मंजू मेहरा, कोटा दक्षिण राजीव अग्रवाल, उप महापौर पवन मीणा, जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़, विशेषाधिकारी यूआईटी आरडी मीणा, सचिव यूआईटी राजेश जोशी, उप सचिव चंदन दुबे, मुख्य अभियंता ओपी वर्मा सहित सभी अभियंतागण एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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