Sunday, May 5, 2024
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Monthly Archives: March, 2018

बीमारी को लेकर जागरुकता के लिए गूगल और अपोलो की पहल

गूगल इंडिया ने चिकित्सा के क्षेत्र के चर्चित संस्थान अपोलो के साथ मिलकर अपने सर्च इंजन में एक नया फीचर जोड़ा है. ‘सिम्पटम सर्च’ नाम से लांच किया गया यह फीचर लोगों को किसी बीमारी के सिम्पटम्स यानी लक्षणों के बारे में ज्यादा बेहतर जानकारी देगा. गूगल के मुताबिक यह फीचर हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लांच किया गया है. जब कोई यूजर गूगल सर्च इंजन पर किसी बीमारी के बारे में सर्च करेगा तो यह नया फीचर ‘हेल्थ कार्ड’ के रूप में सबसे ऊपर दिखेगा.

उच्च न्यायालय ने कहा, वीआईपी के लिए यातायात पाँड से दस मिनट से ज्याद न रोका जाए

मद्रास हाईकोर्ट ने कहा है कि किसी वीआईपी के काफिले की वजह से आम लोगों को दिक्कत नहीं होनी चाहिए. हाईकोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि जहां तक संभव हो किसी वीआईपी के आवागमन के मद्देजनर सड़कों पर ट्रैफिक को पांच-दस मिनट से ज्यादा न रोका जाय, फिर चाहे वह काफिला राज्यपाल, मुख्यमंत्री या मुख्य न्यायाधीश का ही क्यों न हो. हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश इंदिरा बनर्जी और जस्टिस अब्दुल कुदुस की दो सदस्यीय बेंच ने कहा कि राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री जैसी हस्तियां इसका अपवाद हो सकती हैं. अदालत ने कहा कि ऐसे मामलों में पुलिस अलग से इंतजाम करे ताकि आम लोगों को कोई दिक्कत न हो.

वाट्सएप पर मंडराए खतरे के बादल, मुकदमा हारा तो बंद होगी सेवाएँ

वॉट्सऐप, जाना-पहचाना और सबकी जुबान पर रहने वाला नाम। एक ऐसा मेसेजिंग ऐप्लिकेशन जिसे दुनियाभर में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है। वॉट्सऐप मुश्किल में पड़ गया है। और इस मुश्किल की वजह है ब्लैकबेरी। वही, जो अब से कुछ साल पहले अपने क्वार्टी स्मार्टफोन के लिए जानी जाती थी। ब्लैकबेरी एक बार फिर सुर्खियों में है। लेकिन, किसी स्मार्टफोन या किसी नई तकनीक के लिए नहीं बल्कि फेसबुक को पर मुकदमा दर्ज करवाने के लिए। जी हां, ब्लैकबेरी ने फेसबुक पर मेसेंजर, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम के लिए अपनी पेटेंट तकनीक की चोरी का आरोप लगाया है। ब्लैकबेरी का कहना है कि सोशल मीडिया दिग्गज पर अपने लोकप्रिय इंस्टेंट मेसेजिंग ऐप्लिकेशंस में ब्लैकबेरी की तकनीक इस्तेमाल कर रही है। जानें वो बातें जिन्हें आधार बनाकर फेसबुक को कोर्ट में घसीटा गया है..

लोकल जमीन पर, टिकट घर ऊपर

वसई रोड स्टेशन पर एक नंबर प्लेटफॉर्म से मुंबई की ओर जाने वाली कई लोकल ट्रेनें खुलती है । इससे वसई वासियों की यात्रा का कष्ट थोड़ा कम हो जाता है । पर इसमे सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि यात्री को टिकट लेने के लिए 1 नंबर प्लेटफॉर्म के ऊपर कि ओर बने टिकट घर की ओर जाना पड़ता है । पहले यह टिकट घर 1 नंबर प्लेटफॉर्म के बाहर ही था । उसे बंद कर अब टिकट घर ऊपर बना दिया गया है । यहाँ से पहली गाड़ी सुबह 5.55 पर खुलती है । वसई वेस्ट आनंद नगर की तरफ से आने वाले यात्रियों को पहले टिकट लेने ऊपर के टिकट घर की ओर जाना पड़ता है । सुबह की गाड़ी पकड़ने की जल्द बाजी में यात्री दौड़ भाग कर किसी प्रकार गाड़ी के समय तक तो पहुच जाता है पर टिकट घर तक आने जाने में बहुत समय बरबाद होता है । वैसे ऊपर जाने के लिए लिफ्ट है पर वो अधिकतर बंद रहती है जिसकी शिकायत कई बार कर चुके है । खासकर बुजुर्गो व महिलाओं को अधिक तकलीफ होती है जबकि यहाँ से महिला स्पेशल ट्रेन भी खुलती है । रेल्वे अधिकारियों से निवेदन है की एक छोटा टिकट घर प्लेटफॉर्म नंबर 1 के पास भी खोले ।

“थिएटर ऑफ़ रेलेवंस” का तीन दिवसीय नाट्य उत्सव 27-28-29 मार्च को ठाणे में होगा

10 अगस्त, 2017 को दिल्ली से शुरू हुआ “थिएटर ऑफ़ रेलेवंस’ नाट्य उत्सव, मुम्बई, पनवेल में हर रंग सम्भावना को अंकुरित करता हुआ अब ठाणे (महाराष्ट्र) में 27-28-29 मार्च.2018 को “गडकरी रंगायतन” में होगा! हर रंगकर्मी को प्रोत्साहित करता हुआ एक रंग आंदोलन है “थिएटर ऑफ़ रेलेवंस”... एक चौथाई सदी यानी 25 वर्षों से सतत सरकारी, गैर सरकारी, कॉर्पोरेटफंडिंग या किसी भी देशी विदेशी अनुदान से परे. सरकार के 300 से 1000 करोड़ के अनुमानित संस्कृति संवर्धन बजट के बरक्स ‘दर्शक’ सहभागिता पर खड़ा है हमारा रंग आन्दोलन.. मुंबई से मणिपुर तक!

वनौषोधियों से किसानों की आमदनी दुगुनी होगीः डॉ. रमन सिंह

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि किसानों की आमदनी दोगुना करने में वनौषधियों की खेती और वनोपजों का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। मुख्यमंत्री आज यहां इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा औषधीय सुगंधित फसलें एवं अकाष्ठीय वनोपज के माध्यम से उद्यमिता विकास’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के शुभारंभ सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वनौषधियों की खेती और वनोपजों के उत्पादन को बढ़ावा देने तथा किसानों और वनवासियों को इससे जोड़ने की जरुरत है। इस कार्य में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, कृषि महाविद्यालयों, कृषि विज्ञान केन्द्रों, कृषि वैज्ञानिकों, विद्यार्थियों तथा कृषि विभाग के मैदानी अमले की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। डॉ. सिंह ने दीप प्रज्जवलित करके कार्यशाला का शुभारम्भ किया।

जीवंत और मजबूत राष्ट्र के निर्माण में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण

हम विश्व में लगातार कई वर्षों से अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाते आ रहे हैं, महिलाओं के सम्मान के लिए घोषित इस दिन का उद्देश्य सिर्फ महिलाओं के प्रति श्रद्दा और सम्मान बताना है। इसलिए इस दिन को महिलाओं के आध्यात्मिक, शैक्षिक, आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। आज अपने समाज में नारी के स्तर को उठाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरत है महिला सशक्तिकरण की। महिला सशक्तिकरण का अर्थ है महिलाओं की आध्यात्मिक, शैक्षिक, सामजिक, राजनैतिक और आर्थिक शक्ति में वृध्दि करना, बिना इसके महिला सशक्तिकरण असंभव है। आज हर महिला समाज में धार्मिक रूढ़ियों, पुराने नियम कानून में अपने आप को बंधा पाती है। पर अब वक्त है कि हर महिला तमाम रूढ़ियों से खुद को मुक्त करे। प्रकृति ने औरतों को खूबसूरती ही नहीं, दृढ़ता भी दी है। प्रजनन क्षमता भी सिर्फ उसी को हासिल है।

श्रीदेवी की मौत की खबरों पर मीडिया को आईना दिखाया सुधीर चौधरी ने

सुधीर चौधरी जब भी डीएनए प्रस्तुत करते हैं तो उनका अंदाज़ें बयाँ अलग होता है। सारगर्भित समाचार, सटीक विश्लेषण, बगैर सनसनीखेज बनाए खबरों को सहज-सरल शैली में प्रस्तुत कर उन्होंने टीवी की पत्रकारिता में एक धीर-गंभीर पत्रकार और प्रस्तोता की छवि बनाई है। श्री देवी की मौत की खबरों को देशभर के टीवी चैनलों द्वारा जिस फूहड़ ौर सनसनीखेज तरीके से प्रस्तुत किया सुधीर चौधरी ने इस पूरे घटनाक्रम को बहुत संवेदनशीलता के स्था प्रस्तुत करते हुए मीडिया की संवेदनहीन भूमिका को हास्यास्पद बताया है। ज़ी न्यूज़ के कार्यक्रम डीएनए में सुधीर चौधरी का ये अँदाज़ वाकई हमें बहुत कुछ सोचने को मजबूर कर देता है। प्रस्तुत है डीएनए कार्यक्रम में सुधीर चौधरी द्वारा किया गया विश्लेषण।

सादगी, निष्ठा और संस्कारों की पूँजी से दुनिया भर में धाक जमाई है सूरत के हीरा कारोबारियों ने

बीते कुछ हफ्तों में नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर बहुत कीचड़ उछाला गया है. यह उचित ही है. लेकिन इस कारण से गुजरात के तमाम मेहनतकश हीरा कारोबारी भी बदनाम हुए. यह उनके साथ सरासर नाइंसाफी है. दुर्भाग्य है कि कुछ लोगों की बेईमानियों का खामियाजा उस तमाम व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है, जिन्होंने इतने दिनों की मेहनत, लगन और भाईचारे से भारत और खास तौर पर सूरत को डायमंड एक्सपोर्ट हब के रूप में दुनिया भर में स्थापित कर दिखाया।

मीडिया फैलोशिप के लिए आवेदन आमंत्रित

विकास संवाद समिति की ओर से वंचित समूह और बाल अधिकारों के लिए चौदहवीं मीडिया लेखन और शोध फेलोशिप की घोषणा कर दी गई है। इस फेलोशिप में इस साल चार विषयों पर पांच आवेदकों का चयन किया जाएगा। इच्‍छुक आवेदक 15 मार्च तक अप्‍लाई कर सकते हैं।
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