Monthly Archives: April, 2020
करना तो जनता भी चाहती है अपने मन की बात मोदी से !
श्रवण गर्ग - 0
और आख़िर में एक सवाल यह भी बनता है कि प्रधानमंत्री के पास तो अपने मन की बात कह देने के कई ज़रिए हैं ।नागरिकों को अगर अपनी कोई बात प्रधानमंत्री से करनी हो तो कैसे करें ?
कोरोना ः वियतनाम से सीखें
वियतनाम के पास न तो पर्याप्त जांच-यंत्र हैं, न सांस यंत्र हैं और न ही दवाइयां हैं लेकिन फिर भी उसने कोरोना पर काबू इसलिए कर लिया कि विदेश से आनेवाला कोई भी व्यक्ति या उसके संपर्क
हे गुलामों ! इस देश की भाषा क्या है?
हम गाँव के लोग कोरोना विषाणु द्वारा फैली महामारी के सम्बन्ध में चर्चा कर रहे थे। मेरे दोस्त कह रहे थे कि आजकल दूरदर्शन समाचारों व कार्यक्रमों पर विशेषज्ञ,
डॉ. मोहन भागवत ने अपने संबोधन में दिखाई नई राहें
सेवा संघ के मुख्य कामों में एक है। देश के हर संकट, दैवी आपदाओं और दुर्घटनाओं में संघ के स्वयंसेवक बिना प्रचार की आस किए सेवा के लिए आगे आते हैं।
अक्षय तृतीया को पालघर के संतों को श्रद्धांजलि देंगे देश के संत
इस बात में संत समाज में रोष व्याप्त है. मीडिया, सोशल मीडिया और विभिन्न जगहों पर संतों ने इस घटना पर जल्द से जल्द न्याय की मांग की है।
अक्षय तिथि वैषाख शुक्ल तृतीया का क्या महत्व है
अक्षय तृतीया युगादि तिथि भी है इसी दिन से "त्रेता युग " तथा "कृत युग" जिसे सतयुग कहते है का भी शुभारंभ हुआ था। अक्षय तृतीया को ही भगवान परशुराम का भी जन्म हुआ था।
भय और तनाव का कारण बना फेक न्यूज़
इसी क्रम में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, अनु त्यागी, शंभू प्रसाद,शिव कुमार ने भी बतौर वक्ता संगोष्ठी में अपने विचार रखे।
मात्र परशुराम का जन्म दिवस ही नहीं है परशुराम जयंती
यह देखकर परशुराम बहुत क्रोधित हुए और उन्होंने शपथ ली कि वह जब तक उस वंश का ही सर्वनाश नहीं कर देंगे बल्कि उसके सहयोगी समस्त क्षत्रिय वंशों का 21 बार संहार कर भूमि को
1947 के बाद पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र पर राजनीति- भूल और सुधार
महात्मा गांधी की सलाह को प्रधानमंत्री नेहरू ने अनदेखा किया। शेख ने भी अपनी बात रखने में बहुत वक्त लगा दिया। वास्तव में तो प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव से पहले ही पीओजेके को
25 अप्रैल 2020, स्वदेशी संकल्प दिवस
भारत प्रतिज्ञा लेगा कि तालाबंदी के दौरान और उसको हटाए जाने के बाद, हम चीनी उत्पादों का बहिष्कार जारी रखकर औरभारतीय उत्पादों को खरीदकर अपने देश