Monthly Archives: October, 2021
गाँधी जयंती पर विविध आयोजन
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर शनिवार को को राजस्थान उपभोक्ता संरक्षण समिति के कार्यालय पर गोष्ठी कर राष्ट्रपिता को याद किया गया। इस गोष्ठी में शामिल हुए युवाओं,
कुछ दर्द मिटाने बाकी हैं / कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी हैं
अपने आत्म संघर्ष को अपनी आत्मकथाओं में चित्रित करना शुरू किया । मराठी, पंजाबी, बांग्ला में लिखित स्त्री आत्मकथाओं से प्रभावित होकर हिंदी की लेखिकाएं आत्मकथा लेखन में प्रवृत्त हुईं।
बरसों बाद मिला हक तो खिल उठे ग्रामीणों के चेहरे
शिविर में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने ग्रामीणों की समस्या सुनकर सरकार की योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की।
कोटा मंडल के सभी रेलवे स्टेशनों होगा कायाकल्प
बैठक में रेल अधिकारियों ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष बिरला द्वारा कुछ समय पूर्व ट्रेन से किए गए कोटा-रामगंजमंडी खंड के दौरे में सामने आवश्यकताओं के अनुरूप डाढ़देवी,
‘स्वच्छता का सफर’: गांधी जी के जीवन की एक झलक
फोटो प्रेमी लोगों के लिए इसमें गांधीजी का कटआउट, चरखा और गांधीजी का प्रसिद्ध गोल चश्मा जैसे सेल्फी पॉइंट भी हैं।
पश्चिम रेल्वे के स्वच्छता पखवाड़ा में कई कार्यक्रमों का आयोजन
समारोह में और अधिक उत्साह का संचार करने के लिए गांधी जी के जीवन और आदर्शों पर आधारित प्रश्नोत्तरी भी आयोजित की गई जिसमें सभी ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
हमारा वैदिक ज्ञान आज के विज्ञान से भी बहुत आगे है
हम भारतीय के रूप में महान संतों और हमारे पूर्वजों द्वारा लिखे गए पवित्र वेदों और हिंदू संस्कृति के ग्रंथों के गहरे और वास्तविक अर्थ को समझने में विफल रहे हैं।
पत्रकार एवं व्यापारियो ने कोरोनावारियर्स के रूप में अहम भूमिका निभाई – कीर्ति राठौड़
शिविर में चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोविशील्ड एवं कोवैक्सीन की प्रथम एवं द्वितीय डोज उपलब्ध रही जिसमें पत्रकार गण व्यापारी गण उनके स्टाफ एवं परिजनो ने कोविड- टीकाकरण करवाया।
राजस्थान के लोकगीत’ -एक संग्रहणीय पुस्तक
लोक संस्कृति पर अनेक पुस्तकों के लेखक मेधवाल की इस से पुस्तक से नई पीढ़ी को अपनी लोक संस्कृति को जानने पहचानने का अवसर मिलेगा और लोकगीतों का संरक्षण भी होगा।
हमारे कितने जांबाज फौजी पाकिस्तान की कैद में हैं?
ये अभिनंदन जितने खुशकिस्मत नही थे , क्योकि इनके लिए उस समय की सरकार ने मिसाइलें नहीं तानी, न देश के लोगों ने इनकी खबर ली, न अखबारों ने फोटो छापे.