Friday, May 3, 2024
spot_img

Monthly Archives: May, 2022

प्रमुख वैश्विक डिजिटल संचार कंपनी, इनवेस्टिस डिजिटल ने माइल्स पीकॉक को मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनाया

पीकॉक एक सिद्ध नवप्रवर्तक और दूरदर्शी लीडर (नेतृत्वकर्ता) हैं। उन्हें एशिया, यूरोप और उत्तरी अमेरिका में रहने तथा काम करने के 20 से अधिक वर्षों का विपणन संचार अनुभव है।

डाक विभाग द्वारा मेल एवं पार्सल के क्षेत्र में किये जा रहे तमाम नवाचार -पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने पार्सल सेवाओं के बारे में नवाचार की चर्चा करते हुए बताया कि डाकघरों में पार्सल भेजने वाले ग्राहकों के लिए पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत वाराणसी और वाराणसी कैण्ट प्रधान डाकघर में जल्द पार्सल पैकिंग यूनिट की स्थापना की जायेगी।

एच एन एल यू द्वारा ‘राइट्स ऑफ नेचर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट‘ पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

सम्मेलन निम्नलिखित दो भागों में आयोजित किया जाएगा। भाग एक में पैनल चर्चा होगी। भाग दो में चयनित पेपर की प्रस्तुति होगी।

‘विद्वतापूर्ण प्रकाशनों को लेकर व्यावहारिक प्रशिक्षण’ पर राष्ट्रीय कार्यशाला का पांचवां दिन

डॉ. गर्ग ने अपने भाषण में इस विशाल देश की समृद्ध जैव विविधता की रक्षा में विज्ञान संग्रहालयों की अपरिहार्य भूमिका के बारे में विस्तार से बताया और न सिर्फ विज्ञान पाठ्यक्रम के छात्रों बल्कि सामान्य रूप से लोगों के बीच विज्ञान सीखने को सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया।

ज्ञान वापी का वो इतिहास जो आपको रुला देगा

11 अगस्त, 1936 को दीन मुहम्मद, मुहम्मद हुसैन और मुहम्मद जकारिया ने स्टेट इन काउन्सिल में प्रतिवाद संख्या-62 दाखिल किया और दावा किया कि सम्पूर्ण परिसर वक्फ की सम्पत्ति है।

क्यों धधक रहा है श्रीलंका

दुर्भाग्य से इन बातों से कोई भी सीख न लेते हुए दिल्ली और पंजाब जैसे राज्य, श्रीलंका की दिशा मे बढ रहे हैं. *श्रीलंका ने आर्थिक स्थिती की चिंता न करते हुए लोक लुभावन कदम उठाएं. कर कम किये. सब्सिडी बढाई.

ब्राह्मणों के प्रति बुध्द के विचार

अपने आपको मूलनिवासी कहने वाले लोग प्राय: ब्राह्मणों को कोसते मिलते हैं, विदेशी कहते हैं, गालियां बकते हैं। पर बुद्ध ने आर्यधर्म को महान कहा है । इसके विपरीत डॉ अंबेडकर आर्यों को विदेशी नहीं मानते थे।

हिन्दुओं की दुर्दशा के लिए कौन जिम्मेदार है?

आखिर इस्लाम को अपनी जड़े ज़माने का असम में अवसर मिल गया। जो काम पिछले 500 वर्षों में इस्लामिक तलवार नहीं कर पायी वह काम एक सूफी ने कर दिखाया। धीरे धीरे हज़ारों लोगों को इस्लाम में दीक्षित कर अज़ान पीर मर गया।

महात्मा बुद्ध और वैदिक कर्मफल व्यवस्था

पाप कर्म का कर्ता लोक परलोक दोनों में शोक करता है।अपना अशुभ कर्म देखकर तपड़पता है, शोक करता है।।पुण्यकर्म का कर्ता इस लोक में मुदित होकर परलोक में जाकर भी मुदित होता है।

स्थापत्यकला का चमत्कार कीर्ति स्तम्भ

रामपोल से उत्तर की ओर जाने पर रतनसिंह राजमहल एवं रत्नेश्वर तालाब के पास छोटा सा कलात्मक भगवान शांतिनाथ जी का मंदिर है जिसे सन् 1175 में बनाये जाने का लेख है।
- Advertisment -
Google search engine

Most Read