Monthly Archives: October, 2022
गहलोत ने गुजरात में सम्हाला कांग्रेस का चुनाव प्रचार
कांग्रेस की अंदरूनी चुनौतियों की बात करें, तो इस बार राहुल ने गुजरात में चुनाव प्रचार से किनारा कर लिया है, क्योंकि वे ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर हैं।
उस छठ को मुझसे महापाप हो गया…
स्थानीय माहौल के अनुसार वे बाहरी थे और भाषा की भी दिक्कत थी तो उस समय की स्थिति के अनुसार वे बच्चे कक्षा के सबसे कमजोर बच्चों की श्रेणी में आते थे।
वैश्विक भुखमरी सूचकांक” सच्चाई या साज़िश ?
अभी हाल में जर्मनी और आयरलैंड के संयुक्त सहयोग से गैर - सरकारी संगठन ने "वैश्विक भुखमरी सूचकांक" को जारी किया था;जिसमें भारत को वैश्विक स्तर पर 107 वे पायदान पर जगह मिली है।
रेखा पीएम पंचोली के उपन्यास “लोक डाउन एंड कोचिंग सिटी कोटा” का लोकार्पण
मुख्य वक्ता विजय जोशी ने कहा कि साहित्यकार सीधे सीधे जनसरोकार से जुड़ा हुआ रहता है।
भारतीय लोक संस्कृति के संरक्षण की आवश्यकता- श्री माहुरकर
दीनारपुरा ( सीकर राजस्थान ) । भारत सरकार के सूचना आयुक्त श्री उदय माहुरकर ने कहा कि भारतीय लोक संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण की आवश्यकता है.सूचना आयुक्त आज सीकर के निकटवर्ती दिनारपुर गांव में ईश्वर सृष्टि के प्रकल्प के निरीक्षण के बाद उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे .
मैदान का आधार, वाइ उच्चारण और घंटियों की ध्वनि, पवई में महिला नेत्रहीन फुटबॉल प्रदर्शनी
मुंबई। गेंद में बजर ... बजर की ओर दौड़ते खिलाड़ी ... अपने साथी की आवाज का अनुमान लगाते हुए पास ... और फिर गोल ... और उत्साह ...नेत्रहीन फुटबॉल मैच थी लेकिन माहौल देखने के बाद हर कोई सोचता होगा कि फुटबॉल खिलाड़ी खेल खेल रहे हैं।
डॉ.एम एल अग्रवाल डॉ. एन. एन. विग ओरेशन अवार्ड से सम्मानित
सम्मान से पूर्व प्रथम सत्र में डॉ. अग्रवाल ने ओरेशन लेक्चर मेन्टल हेल्थ प्रोमोशन कम्युनिटी अप्रोच पर उदबोधन देते हुए बताया कि मानसिक स्वास्थ्य प्रोमोशन में स्टिग्मा (सामाजिक अभिशाप) मुख्य रूकावट है
मारवाड़ी युवा मंच भुवनेश्वर द्वारा सामूहिक अन्नकूट का आयोजन
भुनेश्वर। प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी मारवाड़ी युवा मंच भुवनेश्वर ने स्थानीय यूनिट-3, राममंदिर परिसर में सामूहिक अन्नकूट प्रसाद सेवन का भव्य आयोजन किया।मंच के अध्यक्ष युवा साकेत अग्रवाल, सचिव विकास चाचन,संयोजक शुभम गोयनका आदि का सहयोग प्रशंसनीय रहा।
एक भारत श्रेष्ठ भारत के प्रणेता – लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल
पटेल बहुत ही कुशाग्र बुद्धि के थे तथा उनमें सीखने की गजब क्षमता थी ।बचपन में एक बार वे स्कूल से आते समय पीछे छूट गये।
गोपाष्टमीः गो-वंश की रक्षा,वंशवृद्धि तथा पूजन का एक महापर्व
गोपाष्टमी गो-वंश की रक्षा, वंशवृद्धि तथा पूजन का महापर्व है जिसकी शुरुआत द्वापर युग से माना गया है। बाबा नन्द के पास कुल लगभग आठ लाख लायें थीं। बाबा नन्द गायों की अधिकता,उनके संरक्षण तथा उनके वंशवृद्धि के लिए मशहूर थे।