रतन टाटा की अगुवाई में रेलवे के कायाकल्प पर कार्य शुरू हो गया है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु की ओर से गठित की गई कायाकल्प काउंसिल ने गुरूवार को यही शुरूआती निर्णय लिया कि दुनिया के विकसित रेल देशों के डाटा का अध्ययन किया जाए।
इसका जो निचोड़ निकले उसे भारतीय रेल के कायाकल्प में इस्तेमाल किया जाए। फिल्हाल काउंसिल ने चीन, जापान, अमेरिका और मलेशिया जैसे देशों के रेलवे के डाटा का अध्ययन कर 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं।
रतन टाटा की ओर से बैठक में कहा गया कि वह रेलवे में कोई छेड़छाड़ नहीं करने आए हैं, बल्कि यहीं के स्टाफ के जरिए इसके कायाकल्प की नींव रखी जाएगी।
उन्होंने कहा कि जरूरी यह होगा कि रेलवे के इतने बड़े स्टाफ को प्रशिक्षित कर और उनका मनोबल बढ़ाकर रेलवे को पटरी पर लाने की रूपरेखा लिखी जाए।
कायाकल्प का काम किस दिशा में शुरू किया जाए इसके लिए ही छह देशों के रेलवे का अध्ययन करने का निर्णय लिया गया है। बैठक में टाटा के अलावा काउंसिल के अन्य सदस्यों में ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन के सेक्रेटरी जनरल शिव गोपाल मिश्रा, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे के सेक्रेटरी जनरल एम राघवैया, रेलवे बोर्ड की ईडी इंडस्ट्रियल रिलेशन रागिनी येचुरी, जबकि कांउसिल के सचिव मधुकर सिन्हा ने भाग लिया।
साभार http://www.amarujala.com से