अगले महीने एपिक चैनल को शुरू हुए एक साल हो जाएगा। विभिन्न कथाओं और पौराणिक कहानियों के लिए मशहूर इस चैनल की यह यात्रा अभी तक काफी अच्छी रही है।
एपिक चैनल के प्रबंध संचालक महेश सामत ने एक्सचेंज4मीडिया ( से बातचीत में अब तक की अपनी यात्रा के साथ ही भविष्य की योजनाओं के बारे में भी खुलकर बातचीत की।
सामत ने कहा, ‘चैनल को एक साल पूरा होने वाला है और इस दौरान इसने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। हमें लगता है कि इस साल बेहतर कंटेंट प्रस्तुत करने के साथ ही इस ब्रैंड को स्थापित करने में हमने काफी मेहनत व तरक्की की है।’ भविष्य को लेकर बनाई जा रही योजनाओं के बारे में सामत ने कहा, ‘जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते जाते हैं, हम ब्रैंड को और मजबूत करना चाहते हैं। आने वाले सालों में हम मुद्रीकरण के बारे में भी गंभीरता से सोच रहे हैं और इसे बढ़ाना चाहते हैं। राजस्व बढ़ाने के लिए इपिक का तीन चीजों पर सबसे ज्यादा जोर है। इनमें पहला सिंडीकेशन (syndication)’ दूसरा सबस्क्रिप्शन (subscription) और तीसरा ऐडवर्टाइजिंग है। हम इन तीनों क्षेत्रों पर फोकस कर काम कर रहे हैं।
मार्केटिंग की योजनाओं के बारे में सामत ने कहा, ‘मार्केटिंग में हमने काफी बड़ी संख्या में नए-नए काम किए हैं, खासकर सोशल और डिजिटल मार्केटिंग को लेकर हम खास प्लानिंग कर रहे हैं।’ एक उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि पिछले महीने हमने ट्विटर अलार्म किया था। यह पहली बार है जब किसी ने ट्विटर अलार्म पर काम किया है। इसके अलावा इपिक विभिन्न सेक्टरों जैसे ऑटोमोबाइल, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स आदि विज्ञापनदाताओं से विज्ञापन को लेकर बातचीत कर रही है और उम्मीद है कि प्रयास सफल होंगे।
रेटिंग के बारे में सामत ने कहा, ‘इस साल हमारे सामने रेटिंग सिस्टम को लेकर बड़ी चुनौती थी। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि इस साल बार्क (BARC) और टैम (TAM) के विलय की घोषणा हुई है। इसलिए एक बार रेटिंग सिस्टम स्थापित हो जाने पर ही मैं यह कहने की स्थिति में रहूंगा कि हम रेटिंग के अनुसार अपनी उम्मीदों पर खरे उतर पाए हैं अथवा नहीं।’
उन्होंने बताया कि फिल्म निर्देशक के साथ मिलकर चैनल 19 अक्टूबर से एक नया शो ख्बावों का सफर शुरु करने जा रहा है। इस शो में भारतीय फिल्मों का सफरनामा दिखाया जाएगा।
साभार- http://www.samachar4media.com/ से