वरिष्ठ पत्रकार दीपक ने जब फेसबुक वॉल के जरिए ये जानने की कोशिश की सरकार या कॉरपोरेट घरानों का अपना चैनल हो सकता है तो फिर इस देश की जनता का अपना न्यूज चैनल क्यों नहीं? उनके इस सवाल से उन्हें जनता से उत्साहवर्धक जवाब मिले। इतना ही नहीं उन्हें इस भागीरथी प्रयास के शुभारंभ के लिए लोगों ने उन्हें मुफ्त में जगह के ऑफर तक दे डाले।
फिलहाल दीपक इस कोशिश में है कि जल्द से जल्द जनता का एक चैनल खुल सके, इसके लिए आजतक के पूर्व एग्जिक्यूटिव एडिटर अमिताभ श्रीवास्तव ने इस मुहीम को लेकर जनता से संवाद करने के लिए वेबसाइट खोलने की बात की है। इस वेबसाइट को उन्होंने INDIASAMVAD नाम दिया है।
जनता का चैनल खोलने को लेकर वरिष्ठ पत्रकार दीपक शर्मा ने अपने फेसबुक वॉल पर कुछ यूं लिखा:
अगर सरकार का अपना न्यूज चैनल हो सकता है। अगर कॉर्पोरेट घरानों का अपना चैनल हो सकता है। अगर बिल्डर और चिट फंड कंपनियों का चैनल हो सकता है। तो क्या इस देश की जनता का भी अपना न्यूज चैनल हो सकता है?
कुछ सहयोगी पत्रकारों के साथ मिलकर कुछ दिन पहले हमने ये सवाल लोगों से पूछे थे? क्या देश के लोगों के हाथों में मीडिया की ताकत आनी चाहिए? क्या मीडिया में एक ऐसी ताकत होनी चाहिए जो सरकार और कॉर्पोरेट के आगे नतमस्तक ना हो? क्या देश में एक ऐसी ताकत जुटाई जा सकती है जो पारदर्शिता ला सके?
इन सवालों को लेकर जनता से हमे उत्साहवर्धक जवाब मिल रहे है। देश भर से हमें ई-मेल और फेसबुक के जरिए जनता का न्यूज चैनल शुरू करने के लिए हर संभव सहयोग मिल रहा है। हर पेशे हर तबके के लोग जुड़ रहे हैं जिसमे सैकड़ों अप्रवासी भारतीय भी शामिल हो रहे हैं।
इस भागीरथी प्रयास का श्री गणेश करने के लिए पिछले तीन-चार दिन में हमें दिल्ली में कार्यालय खोलने के लिए कोई 6-7 जगह के ऑफर आ चुके हैं। एक कार्यालय नोएडा के सेक्टर-10 में। एक कार्यालय कनॉट प्लेस के बंगाली मार्केट में और एक कार्यालय दक्षिण दिल्ली के वसंत विहार के बसन्त लोक बाजार में ऑफर किया गया है। जनता के चैनल का समर्थन देने वालों ने ये ऑफर बिलकुल फ्री दिया है। हमारे उत्साह के लिए ऐसा समर्थन उम्मीद से ज्यादा है।
IIT के कुछ छात्र देश की जनता से संवाद करने के लिए एक वेबसाइट बना रहे हैं। देश के एक बड़े वेब डिजाइनर इस साइट को डिजाइन कर रहे हैं। आजतक के पूर्व एग्जिक्यूटिव एडिटर अमिताभ श्रीवास्तव एक एक्सपर्ट टीम के साथ मिलकर इस साइट की देख रेख कर रहे हैं। जनता का चैनल लाने के लिए हम इस साइट के जरिये देश से सीधा संवाद करेंगे। इसलिए इस साइट का नाम INDIASAMVAD रखा गया है।
मित्रों हिंदी टेलिविजन के तीन नामी गिरामी पत्रकार और एंकर भी देश की जनता के इस प्रोजेक्ट में सहयोग दे रहे हैं। टेलिविजन के कुछ जाने-माने टेक्नीकल एक्सपर्ट भी हमसे जुड़ गए हैं। प्रिंट और टीवी के कई बड़े पत्रकार कल हुई पहली बैठक में शामिल भी हुए। जनता के हर वर्ग से हमें सहयोग मिलता जा रहा है और हम आगे बढ़ रहे हैं।
जनता के अपने न्यूज चैनल का पूरा कॉन्सेप्ट नोट और पारदर्शिता से काम करने की नीति का सारा खाका आपको जल्द ही INDIASAMVAD वेबसाइट पर मिलेगा। कल हुई बैठक में फैसला लिया गया है कि इस वेबसाइट के कुछ पेज दस दिन तक लॉन्च हो जाएंगे।
मित्रों आप सभी से सिर्फ एक आग्रह करना है। पब्लिक मीडिया का ये कॉन्सेप्ट देश में पहला है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब मीडिया की मिलकीयत निजी या सरकारी हाथों के बजाए जनता के हाथ में सौंपने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रयास को सफल करना अब हमारी जिम्मेदारी है।
आइए मिलकर इस भागीरथी प्रयास में शामिल हो। आइए मिलकर अपने पसीने से एक गंगा निकालें। ऐसी अविरल गंगा जो सरकार और कॉर्पोरेट के हाथों में गिरवी मीडिया के दाग धो सके। आइए साथ साथ आगे बढ़ें। आइए सोशल मीडिया पर इस कॉन्सेप्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। मित्रों बिना जन समर्थन के इस देश में कोई भी बड़ा काम संभव नही है।
आप अपने सुझाव इस ईमेल पर भेजें indiasamvad2015@gmail.com
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(साभार : वरिष्ठ खोजी पत्रकार दीपक शर्मा की फेसबुक वॉल से)
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