Saturday, April 27, 2024
spot_img
Homeजियो तो ऐसे जियोसोफिया इस्लाम छोड़कर बनी अंजलि

सोफिया इस्लाम छोड़कर बनी अंजलि

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में सूफ़िया नामक मुस्लिम लड़की ने घर-वापसी कर हिन्दू धर्म अपना लिया है। सूफ़िया का नया नाम ‘अंजलि’ रखा गया है। हिन्दू धर्म अपनाने के बाद उन्होंने विजय को अपना जीवनसाथी चुना और टिकरा मंदिर में वैदिक रीति-रिवाज से शादी रचाई। विजय और सूफ़िया लंबे समय से एक-दूसरे को जानते थे और उनमें प्रेम प्रसंग भी चल रहा था। मंगलवार (5 दिसंबर, 2023) को दोनों ने विश्व हिन्दू परिषद (VHP) और ‘बजरंग दल’ के कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में शादी की।

‘बजरंग दल’ के जिला संयोजक आशुतोष वर्मा ने अपनी निगरानी में शादी की रस्में पूरी करवाई। वो इससे पहले 9 शादियाँ करा चुके हैं। जिला सुरक्षा प्रमुख नरेंद्र कुमार, बिसवाँ प्रखंड अध्यक्ष राम अकबाल, सांडा प्रखंड अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार, बिसवां प्रखंड संयोजक रामसागर, सांडा प्रखंड संयोजक राजपाल दुर्गा और बिसवां प्रखंड दुर्गा वाहिनी राम लली भी इस दौरान वहाँ मौजूद रहे। विजय बेनीपुर के रहने वाले हैं। दोनों पहले से शादी करना चाहते थे।

हालांकि, दोनों के ही परिवार वालों ने उनकी शादी कराने से इनकार कर दिया था। सूफ़िया ने कहा कि वो सनातन धर्म में आकर वो आज़ाद महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में किसी प्रकार की बंदिश नहीं है। सूफ़िया जहाँ 29 वर्ष की है, वहीं विजय की उम्र 39 वर्ष है। आशुतोष शर्मा ने बताया कि ये उन्होंने 10वीं शादी कराई है। उन्होंने बताया कि इसमें पहले कोर्ट मैरिज कराई जाती है, उसके बाद हिन्दू रीति-रिवाज से मंदिर में शादी करवाई जाती है।

इसी तरह सितंबर 2023 में बदायूँ के अर्जुन सागर के प्यार में 18 साल की मुस्कान अली घर-वापसी कर मुस्कान सागर बन गईं। उन्होंने हिन्दू धर्म अपनाकर बरेली के मणिनाथ स्थित अगस्त मुनि आश्रम में हिंदू रीति रिवाज से अपने प्रेमी अर्जुन के साथ सात फेरे लेकर विवाह बंधन में बँध गईं। आश्रम के आचार्य पंडित केके शंखदार ने पहले दोनों का गंगाजल से शुद्धिकरण किया, और उसके बाद मंत्र उच्चारण कर हिंदू रीति रिवाज से शादी कराई।

साभार-https://hindi.opindia.com/

इसे भी पढ़ें – राम की तरह मत्स्य अवतार भी अयोध्या में ही हुआ था

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार