Thursday, May 2, 2024
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119 भारतीयों ने दिया 5 करोड़ या उससे ज्यादा का दान, एचसीएल के मालिक शिव नादर सबसे बड़े दानदाता

भारत के अरबपति उद्योगपतियों ने वित्त वर्ष 23 में जमकर दान दिया है। वित्त वर्ष 22 के मुकाबले वित्त वर्ष 23 में दान देने वालों की संख्या में 59 प्रतिशत का शानदार इजाफा देखने को मिला। पिछले वित्त वर्ष में भारत के 108 अरबपतियों ने दान दिया था, जबकि वित्त वर्ष 23 में 199 अरबपतियों ने कुल मिलाकर 8,445 करोड़ रुपये का दान दिया। यह डेटा 1 अप्रैल 2022 से लेकर 31 मार्च 2023 के बीच का है। आंकड़े में बताया गया है कि इस दौरान 119 भारतीय ऐसे थे, जिन्होंने 5 करोड़ रुपये या उससे ज्यादा का दान दिया।

HCL Technologies (एचसीएल टेक्नोलॉजीज) के मालिक शिव नादर का नाम सबसे ज्यादा रकम दान देने वालों की लिस्ट में पहले नंबर पर है। उन्होंने इस साल 2,042 करोड़ रुपये का दान दिया है।

बता दें कि दानवीर उद्योपतियों की एक लिस्ट EdelGive Hurun India Philanthropy List 2023 सामने आई है, जिसने यह बताया है कि शिव नादर के बाद विप्रो के अजीम प्रेमजी ने सबसे ज्यादा, 1,774 करोड़ रुपये दान दिया। वहीं, तीसरे नंबर पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी ने अपनी जगह बनाई। उन्होंने 376 करोड़ रुपये का दान दिया।

ब्रोकिंग फर्म जेरोधा (Zerodha) के फाउंडर निखिल कामत भी दानवीरों की इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराने से पीछे नहीं हटे। दिलचस्प बात यह है कि वह दान देने की इस लिस्ट में सबसे युवा उद्योगपति हैं। कामत ब्रदर्स ने 110 करोड़ रुपये दान देकर 12वें नंबर पर अपनी जगह बनाई।

सबसे ज्यादा दान देने वाली महिलाओं की बात की जाए तो रोहिणी नीलेकणी फिलैंथ्रोपीज (Rohini Nilekani Philanthropies ) की रोहिणी नीलेकणी (Rohini Nilekani ) ने सबसे ज्यादा पैसे दान दिए। उन्होंने 170 करोड़ रुपये का दान दिया था और लिस्ट में 10वें स्थान पर रहीं। उनके बाद अनु आगा (40वीं रैंक) और लीना गांधी (41वीं रैंक) हैं, जिनमें से प्रत्येक ने 23 करोड़ रुपये का दान दिया है। लिस्ट में कुल सात महिला परोपकारियों को शामिल किया गया था।

पिछले साल छह के मुकाबले कुल 14 भारतीयों ने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान दिया। लिस्ट में आगे बताया गया है कि पिछले साल के 12 से बढ़कर 24 भारतीयों ने इस साल 50 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान दिया। वहीं 47 भारतीयों ने 20 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान दिया।

सेक्टर के हिसाब से बात करें तो एजूकेशन के लिए सबसे ज्यादा दान मिला है। 62 परोपकारियों ने कुल मिलाकर 1,547 करोड़ रुपये का दान इसके लिए किया। इसके बाद दूसरे नंबर पर आर्ट्स, कल्चर ऐंड हेरिटेज का नंबर आता है जिसके लिए 1,245 करोड़ रुपये का दान दिया गया। तीसरे नंबर पर जिस सेक्टर के लिए सबसे ज्यादा रकम मिली वह था, हेल्थकेयर। हेल्थकेयर के लिए परोपकारियों ने कुल मिलाकर 633 करोड़ रुपये का दान दिया।

39 लोगों के साथ, मुंबई भारत की परोपकार राजधानी है। इसके बाद नई दिल्ली का नंबर आता है। नई दिल्ली से 19 लोगों ने दानवीरों की इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराया वहीं बेंगलूरु तीसरे नंबर पर आता है क्योंकि यहां से 13 लोग इस लिस्ट में शामिल रहे।

टॉप 10 में शामिल अन्य परोपकारी लोगों में कुमार मंगलम बिड़ला, गौतम अदाणी, फैमिली, अनिल अग्रवाल, नंदन नीलेकणी और साइरस ऐंड अदार पूनावाला शामिल हैं। हालांकि, भारत में कुल दान वित्त वर्ष 2010 में 11,984 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2011 में 14,755 करोड़ रुपये मिला था। जिसके हिसाब से वित्त वर्ष 23 में मिला यह दान अभी कम है।

भारत की क्षमता को देखते हुए हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक (MD) और रिसर्च हेड अनस रहमान जुनैद ने कहा, ‘यह वर्ष बड़े परोपकार के लिए एक रिकॉर्ड वर्ष है। पिछले 5 वर्षों में, 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान देने वाले दानदाताओं की संख्या 2 से बढ़कर 14 हो गई है, और 50 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान देने वालों की संख्या 5 से बढ़कर 24 हो गई है।’

उन्होंने कहा, ‘वेल्थ क्रिएशन लिए और अरबपतियों द्वारा परोपकार के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को देखते हुए, मुझे उम्मीद है कि ये आंकड़े अगले 5 वर्षों में संभावित रूप से दोगुना हो जाएंगे।’

साभार- https://hindi.business-standard.com/से

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