Saturday, May 4, 2024
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Monthly Archives: October, 2022

बाइबिल में वैदिक कर्म-फल व्यवस्था: “जो जैसा बोयेगा वो वैसा पायेगा”

वेदों में वर्णित कर्म फल व्यवस्था को इतने आसान शब्दों में शायद ही कोई समझा सकता हो। प्राचीन काल से ही हर वैदिकधर्मी इस अटल एवं अकाट्य सिद्धांत को मानता आ रहा हैं

हाड़ोती पुरातत्व दर्शन: राजकीय संगहालय, बूंदी

बून्दी शहर जयपुर से दक्षिण में लगभग 225 किमी की दूरी पर अवस्थित है। कोटा शहर से इसकी दूरी 36 किमी है। भौगोलिक दृष्टि से बून्दी, कोटा, बारां एवं झालावाड़ का भू-भाग हाड़ौती के नाम से जाना जाता है।

जगजीत सिंह के जीवन के सफर का प्रमाणिक दस्तावेज है, ‘कहां तुम चले गए: दास्तान-ए-जगजीत’

राजेश बादल की किताब 'कहां तुम चले गए... दास्तान ए जगजीत' का लोकार्पण दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में गुरुवार की शाम एक विशेष कार्यक्रम के दौरान किया गया।

मुख्य चुनाव आयोग ने ‘मतदाता जंक्शन’ नाम से एक रेडियो श्रृंखला शुरु की

मुख्य चुनाव आयोग ने आकाशवाणी के साथ मिलकर ‘मतदाता जंक्शन’ नाम से एक रेडियो सीरीज का शुभारंभ किया। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडे के साथ आकाशवाणी के रंग भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इसकी शुरुआत की।

मुंशी प्रेमचंद : भारत की ग्रामीण संस्कृति का कुशल चितेरा

मुंशी प्रेमचंद की पुण्यतिथि 8 अक्टूबर पर विशेष

‘नए भारत का नया उत्तर प्रदेश’ नव-निर्माण के मंत्रद्रष्टा योगी आदित्यनाथ

योगी सरकार ने कृषि क्षेत्र पर भी विशेष ध्यान दिया है। राज्य में जैविक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए परम्परागत खेती विकास योजना चलाई जा रही है। खेतों को पर्याप्त सिंचाई जल उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश नि:शुल्क बोरिंग योजना तथा उत्तर प्रदेश किसान उदय योजना संचालित की जा रही है।

राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल को ‘ज्ञान की ओर’ पुस्तक भेंट

भुवनेश्वर। जाने-माने जगन्नाथ भक्त अशोक पाण्डेय द्वारा लिखित आध्यात्मिक लघु पुस्तक "ज्ञान की ओर"ओडिशा के महामहिम राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल को हाल ही में भेंट की गई।

हेडगेवार जी ने सुप्त हिंदुत्व को जगाने के लिए विजयादशमी को एक नया अर्थ दिया

विजयदशमी कई कारणों से मनाई जाती है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान रामचंद्र ने रावण का वध किया था और विजय प्राप्त की थी।पर्यावरण की दृष्टी से, विजयादशमी नई फसल के मौसम की शुरुआत भी दर्शाता है।

साहित्यानुरागी अनुज कुच्छल : दबी चिंगारी न जाने कब शोला बन जाए

प्राचीन काल से मुगल काल तक के इतिहास और ऐतिहासिक प्रसंगों और संदर्भों पर महान उपन्यासकारों आचार्य चतुर सेन शास्त्री, वृंदावन लाल वर्मा, रांगेय राघव,हजारी प्रसाद द्विवेदी और अमृता लाल नागर के ऐतिहासिक उपन्यास भी अन्वेषण दृष्टि के साथ पढ़े।

गांधी जी की फिल्में एक हज़ार वर्ष के लिए की जाएगी सुरक्षित (प्रिजर्व)

उज्ज्वल निरगुडकर ट्रस्टी, गांधी फ़िल्म फाउंडेशन ने कहा कि लंबी अवधि के संरक्षण के लिए पीआयक्यूएल की अनूठी तकनीक द्वारा स्कैन की गई 35 मिमी फिल्मों के डिजिटल ऑडियो-विजुअल डेटा को संरक्षित करने का भारत का यह पहला ऐसा प्रयास है।
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