Friday, April 26, 2024
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Homeकवितानव वर्ष २०२१

नव वर्ष २०२१

नव वर्ष तुम आये

झोली में अपनी

अनेकों उम्मीदें भर लाये

जीवन में चलते जाने की

मशाल लिए मुस्काए

ठोकरें थीं जो पिछले वर्ष

भूल उन्हें हम बढ़ जाएँ

अपनी मंज़िल को पाने की

ज्योति हम हर रोज़ जलाएँ

आँधी बारिश तूफ़ानों में
ज्योत कभी न बुझने पाए

दूर करें अँधियारा जग का

आशा की किरणें चमकाएँ

छोड़ के अपनी चिंता सारी

दूजों के भी दुःख अपनाएँ

लेकर दीपक स्वयं करों में

मज़बूत क़दम से बढ़ते जाएँ

मीठी मीठी वाणी से हम

इंसानों में विश्वास जगाएँ

भेद भाव से बचें सभी मन

कुटिया को भी महल बनायें

आओ प्रण लें, कटीली डगर से

कंटक चुन, नई राह बनायें

कठिन समस्या का समाधान हो

मुश्किल से न हम घबराएँ

रुकें न क़दम कभी हमारे

बाधाओं से लड़ते जाएँ

देकर दिल से दुआ सभी को

नव वर्ष खुशी खुशी मनाएँ |

आने वाले नए समय में

कोरोना से मुक्ति हम पाएँ

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