Sunday, May 5, 2024
spot_img

Monthly Archives: July, 2017

कला से क्रांति की कार्यशाला- थियेटर ऑफ़ रेलेवंस की रंगशाला

क्रांति क्रांति क्रांति... समाजिक क्रांति, आर्थिक क्रांति, राजनीतिक क्रांति... कहाँ कहाँ नहीं भटका मैं इस क्रांति के तलाश में! अमेरिकी क्रांति, फ़्रांसिसी क्रांति, रसियन क्रांति... सबको पढ़ा सबको समझा!यहाँ तक कि भारत का स्वतंत्रता संग्राम और दक्षिण अफ्रीका का रंगभेद के खिलाफ आन्दोलन, जिन्हें मैं महान क्रांतियों में गिनता हूँ सबको जाना पर एक दर्द हमेशा मेरे मन को आंदोलित करती रहा कि इन क्रांतियों ने सत्ता को तो बदला मगर क्या ये क्रांतियाँ अपने वास्तविक लक्ष्य को प्राप्त कर सकीं?

कारगिल विजय दिवस के महानायकों की याद में कार्यक्रम

कारगिल विजय दिवस की 17वीं वर्षगांठ के मौके पर शहीदों की याद में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया है। ये कार्यक्रम राजधानी दिल्ली के जनकपुरी के ए-ब्लॉक के कम्युनिटी सेंटर में 22 जुलाई को आयोजित किया गया है।

वर्तमान हालात पर नवयुवकों के नाम खुला खत

मुझे पता है कि वर्तमान हालात को उजागर करते मेरे इस खत को पढ़कर आप या तो इस पर गौर नहीं करेंगे या इसको पूर्णत: निरर्थक समझेंगे. हाँ, यह भी हो सकता है कि आप मेरे विचारों को पढ़कर मुझे बुरा भला कहें, पुराने खयालातो वाली लेखिका कहकर इस चिंतनीय मुद्दे को सिरे से ख़ारिज कर दें, खैर यह कहने का तो आपका हक भी बनता है

संसद की कैंटीन के खाने में मकड़ी मिली

लोकसभा सचिवालय में सभी अधिकारियों के लिए एक चौंका देने वाला पल मंगलवार (18 जुलाई) को देखने को मिला। संसद की कैंटीन अपने बढ़िया खाने के लिए जानी जाती है लेकिन मगंलवार को एक वरिष्ठ अधिकारी के खानी प्लेट में एक मकड़ी पड़ी हुई मिली।

हम आज़ादी और संपन्नता छोड़ गुलामी और दरिद्र का जीवन जी रहे हैं

गुलाम कौमों की सबसे बड़ी विशेषता ये होती है कि वो अपनी खुद की विरासत, सभ्यता संस्कृति और इतिहास से शर्मिंदा रहती हैं। हीनभावना से ग्रस्त रहती हैं और अपने मालिक अपने आक्रांता की हर चीज़ से Impress होती हैं। उसे कॉपी करना चाहती हैं।

सावन की फुहार में ‘ कजरी ‘ का महत्व

सावन चल है जो इस भीषण तपिश से राहत ही नहीं प्रदान करेगा बल्‍कि अपनी मखमली हरियाली से मन मयूर को नाचने के लिए विवश कर देगा और फिर सावन नाम आते ही ‘कजरी‘ गीतों का उनसे जुड़ जाना स्‍वाभाविक ही है।

सिर्फ़ अपनी पीठ न थपथपाये सरकार

देश में आज भी छोटे-बड़े क़स्बों और गांव-देहात में पारंपरिक चूल्हे पर खाना पकाया जाता है। इनमें लकड़ियां और उपले जलाए जाते हैं। इसके अलावा अंगीठी का भी इस्तेमाल किया जाता है। अंगीठी में लकड़ी और पत्थर के कोयले जलाए जाते हैं।

मॉरीशस में राम मंदिर के लिए सहयोग देने वालों का मुंबई में सम्मान

मुंबई। अयेध्या में तो राम मंदिर राजनीति की भेंट चढ़ गया, मगर भारत से हजारों किलोमीटर दूर समंदर पार एक ऐसा भव्य राम मंदिर बन चुका है जिसको लेकर हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हो जाएगा। ये राम मंदिर ऐसे ही नहीं बना है इसके निर्माण के लिए मॉरिशस की संसद ने अधिनियम बनाकर रामायण सेंटर का गठन किया और जमीन भी दी।

एक डोर में बांध रहा किताबों का प्यार

संकोची स्वभाव वाली एक महिला जैसे ही लोगों से भरे एक कमरे में दाखिल होती है तो उसे सारे लोग चुप्पी साधे हुए नजर आते हैं। वह हिचकिचाहट के साथ एक किताब उठाती है और उसे पढ़ना शुरू कर देती है। थोड़ी देर बाद वह भावविभोर हो रहे श्रोताओं की तरफ देखती है तो कुछ लोग अपनी हथेलियों पर ठुड्डी को रखे हुए आराम की मुद्रा में दिखाई देते हैं।

मोदीजी से सीधा संवाद बनाएँ, अपनी बात उन तक पहुँचाएँ

आमतौर पर प्रधानमंत्रियों को जनता से सीधे सार्वजनिक संपर्क अछूता रहता है, लेकिन पीएम मोदी इस मामले में एक अफवाद स्वरुप साबित हुए हैं। पीएम मोदी लोगों को अपने तक और अपनी टीम पहुंचने की पूरा इजाजत देते हैं।
- Advertisment -
Google search engine

Most Read