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चौपाल - search results
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चौपाल के 26 साल बेमिसाल, सुर-संगीत और यादों की सुनहरी चौपाल
मुंबई में मानसून के आने का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। जेठ का सूरज अपनी आन निभाता सबकी टेढ़ी नज़रें सहकर भी पूरी...
इस चौपाल में बरसता है कला,संस्कृति और साहित्य का रंग और संगीत का जादू
यूनुस ख़ान - 0
(मुंबई की चौपाल अपने आप में अनूठी है। कला, साहित्य, संस्कृति, थिएटर, शास्त्रीय संगीत से लेकर हर विधा पर चौपाल में चर्चा होती है।...
ऐसी चौपाल और कहां…!
मुंबई की चौपाल क्या नहीं है, किसी के लिए ताजा हवा का झोंका है तो किसी के लिए जिंदगी जीने का तरीका किसी के...
चंडीगढ़ में मीडिया चौपालः सिविल सर्विस में शामिल हो जनसंचार तभी पूर्ण होगा अमृतकाल
चंडीगढ़। ‘अमृतकाल में भारत अभ्युदय : चुनौतियाँ और संकल्प’ विषय पर तीन दिवसीय ‘मीडिया चौपाल 2022’ का नौवा संस्करण चंड़ीगढ़ के एनआईटीटीटीआर परिसर में आयोजित किया गया। मीडिया चौपाल के नोवें संस्करण के उद्घाटन सत्र का विषय ‘अमृतकाल में संचार-शिक्षा : भारतीय दृष्टि’ रहा। उद्घाटन सत्र में सभाध्यक्ष के तौर पर प्रो. रामेश्वर मिश्र पंकज, वक्ता के तौर पर प्रो. केजी सुरेश, प्रो. बलदेव भाई शर्मा, प्रो. कुसुमलता केडिया मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। सभी अतिथियों का परम्परागत तरीके से तुलसी का पौधा भेंटकर तथा अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया गया।
भोजपुरी का पहला ओटीटी ऐप ‘चौपाल’ का लोकार्पण
तीसरा फैमिली प्लान 999 रुपए सालाना का है। इस सालाना प्लान में एक साथ तीन स्क्रीन पर कंटेंट देखा जा सकता है । यह प्लान भी हाई डेफिनिशन (कंटेंट क्वालिटी) को सप्पोर्ट करता है।
चौपाल में स्वास्थ्य, संगीत और साहित्य की त्रिवेणी
मुंबई के रचनाधर्मियों की चौपाल हर बार की तरह अनूठी, मजेदार और विविध स्वाद वाली होती है। यहाँ मौजूद श्रोताओं को हर बार एक नया अनुभव मिलता है।
गाय, गाँव और गांजे की खुशबू से महकी चौपाल
इस बार की चौपाल गाय, गाँव और गांजे पर थी। इस अटपटे विषय को जब श्री शेखर सेन प्रस्तुत कर रहे थे तो श्रोताओँ में भी हैरानी थी। चौपाल का विषय भी मजेदार था- आधुनिक सबकुछ सही नहीं, पुरातन सब ग़लत नहीं।
चौपाल में बरसा संगीत और सुरों का जादू
शेखर दा ने कहा कि आज हम शास्त्रीय गीत और संगीत का जो शुध्दतम स्वरूप देख रहे हैं इसको जिंदा रखने में तवायफों का बहबुत बड़ा योगदान रहा है,
महिला शक्ति की चौपाल ने जमाया रंग
ऐसे तो चौपाल हर बार मुंबई के अंधेरी स्थित भुवंस के एसपीजैन सभागृह में होती है मगर चौपाल के यजमान दिनेश जी और कविता को लगता है
दिल्ली में जुटे मीडिया चौपाली, जनहित एवं राष्ट्रहित में पत्रकारिता चुनौतियां विषय पर हुआ विचार-मंथन
बेहतर एवं सकारात्मक सामग्री प्रदाताओं के लिए राजस्व मॉडल पर सरकार करे विचार
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