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चौपाल - search results
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चौपाल में नवदुर्गा भक्ति की रसधारा ने सबको भिगोया
इस बार चौपाल नवदुर्गा पर थी और जाहिर है चौपाल में जब किसी विषय पर चर्चा होती है तो वो एक सार्थक, सकारात्मक और शोधपूर्ण ढंग से ही होती है।
चौपाल में हुई अहसासों की बारिश
25 जून रविवार और वहग भी बारिश से तरबतर मुंबई, 20 साल की हो चुकी चौपाल 21वें साल में प्रवेश कर रही थी और बारिश के तेवर देखकर ऐसा लग रहा था कि इस बार चौपाली बारिश से हार जाएंगे, लेकिन ये चौपाल का ही जलवा है कि दस मिनट का रास्ता एक घंटे में तय करने का हौसला
‘इप्टा’ की सुनहरी यादों से सजी चौपाल
मुंबई की चौपाल ऐसा मंच है जहाँ मात्र चार घंटे में आप एक ही मंच पर कई शख्सियतों, किताबों को पढ़ने से लेकर कई शख्सियतों की संगत का मजा लेते हुए विविध संस्कृतियों की धारा में बहने लगते हैं।
मीडिया चौपाल में सार्थक संवाद के साथ सुनी-अनसुनी, कही-अनकही का दौर भी
हरिद्वार स्थित निष्काम सेवा ट्रस्ट में चल रहे पाँचवे मीडिया चौपाल का अंतिम दिन ‘संदेशों के अकाल का कैसे हो समाधान’, ‘भारत के भावी विकास की दिशा’ , भावी भारतः मीडिया से अपेक्षाएं’ जैसे विषयों पर चर्चा हुई।
मीडिया चौपाल में श्री गोविंदाचार्य ने कहा सर्वनाश को जन्म दे रहा है व्यक्तिवादी विकास
श्री गोविंदाचार्य को सुनना अपने आप में एक दुर्लभ अनुभव होता है।अपने धाराप्रवाह व्याख्यान में वे प्रकृति, पर्यावरण, धर्म, अध्यात्म, विज्ञान और संस्कृति से लेकर मानवीय संवेदनाओं से जेड़े हर विषय को जिस नीर-क्षीर विवेक से प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर सोचने और समझने पर मजबूर कर देते हैं उस आनंद को वही अनुभव कर पाता है जो उनके व्याख्यान को सुनने का मौका पाता है।
देश के ज्वलंत मुद्दों का ‘स्पंदन’ है मीडिया चौपाल के ये सार्थक आयोजन
एक समय था जब देश के आम आदमी की आखरी उम्मीद कोई अखबार या पत्रकार ही हुआ करता था, देश भर में एक आम कहावत प्रचलित थी कि ज्यादा कुछ हुआ तो अखबार में छप जाएगा-यानी किसी घटना, घोटाले या खबर का अखबार में छप जाना इस बात का प्रमाण होती थी कि इस पर सरकार और प्रशासन हरकत में आएगा
हरिद्वार में 22-23 अक्टूबर को मीडिया चौपाल में जुटेंगे देश भर के मीडिया कर्मी
मीडिया चौपाल में वेब संचालक, ब्लॉगर्स, इलेक्ट्रानिक और प्रिंट, डिज़िटल मीडिया संचारकों और आलेख-फीचर लेखकों आदि को एक मंच पर लाने के लिए गत चार वर्षों से स्पंदन संस्था के संयोजकत्व में विभिन्न शासकीय व अशासकीय संस्थाओं के सहयोग से इस जुटान का आयोजन देश के भिन्न-भिन्न हिस्सों में किया जा रहा है।
10-11 अक्टूबर को ग्वालियर में आयोजित मीडिया चौपाल के कार्यक्रम
इस चौपाल में अटलबिहारी वाजपेयी हिंदी विवि, जीवाजी विश्वविद्यालय का सहयोग मिल रहा है। इसमें वर्धा हिंदी विवि, इंदौर विवि, इंक मीडिया संस्थान, लखनऊ विवि, खालसा कालेज (दिल्ली विवि), माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि, अटल बिहारी हिंदी विवि, जीवाजी विवि के विद्यार्थी और प्राध्यापक भाग ले रहे हैं।
मीडिया चौपाल का अगला आयोजन ग्वालियर में 10-11 अक्टूबर को
मीडिया चौपाल का आयोजन मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् के सहयोग से होता रहा है।
हस्तीमल हस्ती ने अपनी हस्ती अनंत में विलीन कर दी
झक सफेद कुरते पायजामें में झक सफेद लटों को लहराता हुआ एक शख्स मुंबई की हर साहित्यिक गोष्ठियों में नजर आता था। मुंबई की...
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