Thursday, July 4, 2024
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अच्युत सामंत - search results

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प्रो. अच्युत सामंत को उत्कल विश्वविद्यालय,भुवनेश्वर ने प्रदान की मानद डॉक्टरेट 

भुवनेश्वर। 23 दिसंबर को उत्कल विश्वविद्यालय,भुवनेश्वर ने अपना 52वां वार्षिक दीक्षांत समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया। समारोह की अध्यक्षता ओडिशा के महामहिम राज्यपाल...

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रो.अच्युत सामंत को प्रदान किया राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार

भुवनेश्वर। 30 नवंबर को नई दिल्ली में भारत की महामहिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा भारत की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रो.अच्युत सामंत को राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार-2022 प्रदान किया

ढाका(बंगलादेश) में कीस,भुवनेश्वर की नई शाखा का किया उद्घाटन प्रोफेसर अच्युत सामंत ने

14 नवंबर को ढाका में कीस,भुवनेश्वर की नई शाखा का विधिवत उद्घाटन कीट-कीस भुवनेश्वर के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रोफेसर अच्युत सामंत ने किया।

अपनी स्वर्गीया मां नीलिमा रानी सामंत के सपनों को यथार्थ रुप में साकार कर रहे हैं प्रो. अच्युत सामंत व उनकी बहन लेखिका डॉ....

प्रोफेसर सामंत तथा डॉ. इति सामंत के बाल्यकाल की गरीबी में उनकी अपनी विधवा मां नीलिमारानी सामंत का सानिध्य मिला।

ओडिशा के अमृत पुत्र हैं प्रोफेसर अच्युत सामंत

तुलसीदास जी की यह उक्ति आज इक्कीसवीं शताब्दी में सत्य सिद्ध होती दिखती है,जब हमारी नजर ओडिशा के अमृत पुत्र प्रोफेसर अच्युत सामंत के जीवनवृत्त पर पड़ती है। ओडिशा के सुदूर वनवासी क्षेत्र के इस विपन्न वनवासी श्री अच्युत सामंत ने अपनी मातु श्री की आज्ञा को शिरोधार्य कर

प्रोफेसर अच्युत सामंत ने अपनी स्व.मां नीलिमारानी सामंत की 94वीं जयंती मनाई

भुवनेश्वरः 21अगस्त को अपने भुवनेश्वर नयापली स्थित किराये के मकानः एन-3-92 पर कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद महान शिक्षाविद् प्रोफेसर अच्युत सामंत ने अपनी स्व.मां नीलिमारानी सामंत की 94वीं जयंती अकेले ही मनाई। उन्होंने विधिवत पूजा-पाठकर सबसे पहले स्वर्गीया नीलिमारानी सामंत की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। पहली बार अपनी स्व.मां नीलिमारानी सामंत के विशेष शैक सोने की चेन उनकी तस्वीर पर लगाई।

प्रो. अच्युत सामंत को “गुरु तेग बहादुर जी की 400वीं जयंती” पर प्रकाशित पुस्तक भेंट की

गौरतलब है कि हाल ही में गुरु तेग बहादुर जी 400वीं जयंती राष्ट्रीय स्तर पर मनाई गई थी जिसमें भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी भी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। प्रोफेसर अच्युत सामंत ने आभार व्यक्त करते हुए गुरु तेग बहादुर जी को सिखधर्म के साथ उन्हें सर्वधर्म समन्वयक बताया

ओडिशा की धरती के लालः प्रोफेसर अच्युत सामंत का प्रेरणादायक संत-जीवन

बहुआयामी प्रतिभा के धनी तथा विल्क्षण प्रतिभावान प्रोफेसर अच्युत सामंत मां,मातृभूमि तथा मातृभाषा के संरक्षक तथा आजीवन प्रचारक हैं। उन्होंने 2000 में ओडिया मासिक पत्रिका कादंबिनी तथा बच्चों की पत्रिका कुनीकथा का श्रीगणेश किया जो आज पूरे विश्व में सबसे लोकप्रिय ओडिया मासिक पत्रिका है

महान शिक्षाविद् प्रोफेसर अच्युत सामंत ने ऐसे मनाया मातृदिवस

कीट-कीस जाकर अपनी माँ की याद में अपने द्वारा लिखित तथा प्रकाशित पुस्तकः माई मदर माई हीरों अंग्रेजी पुस्तक भेंट की। गौरतलब है कि महान शिक्षाविद् प्रोफेसर अच्युत सामंत अपनी स्वर्गीया मां नीलिमारानी सामंत को ही अपने सफलतम जीवन की पहली गुरु मानते हैं

प्रो, अच्युत सामंत ने ओडिशा स्पोर्ट्स माडल को भारत में श्रेष्ठ बताया

भुवनेश्वर। बिहार प्रदेश सरकार द्वारा पटना में आयोजित दो दिवसीय बिहार स्पोर्ट्स कन्कल्लेव-2022 का उद्घाटन बिहार सरकार के आर्ट,कल्चर तथा युवा कल्याण मंत्री डा.आलोक...
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