-
वैश्विक ऊर्जा बाज़ारों में उतार-चढ़ाव का भारतीय बाज़ार के लिए क्या है मतलब?
वैश्विक स्तर पर कोयले के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी से भारत के ऊर्जा आयात बिल पर दबाव बढ़ेगा और इसकी वजह से भारत के चालू खाते के घाटे में वृद्धि होगी. सरकार के बिजली उत्पादकों को कोयला आयात करने के लिए निर्देशित करने वाले निर्णय से कर्ज़दाताओं में भ्रम पैदा हो रहा है.