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शुध्दि आंदोलन में आर्य समाज का योगदान
स्वामी दयानंद- सर्वप्रथम देहरादून में एक मुसलमान को शुद्ध कर उनका अलखधारी नाम रख कर आधुनिक भारत में सदियों से बंद घर वापसी के द्वार को खोला। स्वामी श्रद्धानन्द- लाखों मलकाने राजपूतों जो नौ मुस्लिम कहलाते थे उन्हें शुद्ध किया और व्यवस्थित रूप से सकल हिन्दू समाज को संगठित करने का उद्घोष किया। शुद्धि चक्र […]
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सह्याजी राव गायकवाड़, महर्षि दयानंद सरस्वती और शिक्षा क्रांति
"इस में राज नियम और जाति नियम होना चाहिए कि पांचवें अथवा आठवें वर्ष से आगे अपने लड़कों और लड़कियों को घर में न रख सकें। पाठशाला अवश्य भेज देवे। जो न भेज वह दण्डनीय हो।"