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कोटा के कोचिंग की दुनिया अवसाद, ड्रग और आत्महत्या की दुनिया में धकेल रही है युवा पीढ़ी को
बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाले 20 साल का यह लड़का बीते साल से कोटा में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा है। उसका कहना है कि पढ़ते-पढ़ते उसका दिमाग ठप पड़ चुका था। इसके अलावा, घर से पड़ रहे दबाव की वजह से उसने नशे का रास्ता अपनाया। नाम न छापे जाने की शर्त पर उसने बताया, ”हम इसे बाबाजी की बूटी कहते हैं।