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धन्य है राज दरभंगा
जब जब भारत के दानवीरों की बात की जायेगी, तो उनमें राज दरभंगा का नाम स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाएगा।
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लोक कलाएं हैं ज्ञान का भंडार
यह कहना अतिशयोक्ति नहीं है कि वे समय के साथ चलकर आज भी लोक जन में व्याप्त है क्योंकि उसे लोक-कलाओं का लालित्यपूर्ण साथ मिला।