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राष्ट्रीयता व आत्मनिर्भर भारत का सन्देश दे रहा नया संसद भवन
स्वतंत्रता प्राप्ति के 75 वर्षों के लंबे अंतराल के पश्चात विविध राजनैतिक अवरोधों को पार करते हुए देश को अपना नया संसद भवन मिला है जिसे देखकर समस्त भारतवासी स्वयं को धन्य समझ रहे हैं । नया संसद भवन मात्र एक संसद भवन नहीं अपितु आत्मनिर्भर भारत, एक भारत श्रेष्ठ भारत और अखंड भारत की […]
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भारतीय संस्कृति और 0 वीरता की प्रतीक- महारानी अहिल्याबाई होल्कर
राष्ट्र और धर्म के लिए समर्पित, भारतीय संस्कृति और मूर्तिमान वीरता की प्रतीक महारानी अहिल्याबाई होल्कर सशक्त भारतीय नारी का पर्याय हैं । रानी अहिल्याबाई होल्कर का जन्म महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के चौंढ़ी नामक गांव में एक साधारण कृषक माणिकोजी शिंदे के परिवार में हुआ था।अहिल्या जी की माता का नाम सुशीला शिंदे था।उनके […]
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स्वातंत्र्यवीर सावरकर जैसा कोई नहीं
भारतीय स्वाधीनता संग्राम के महानायक विनायक दामोदर सावरकर का जन्म महाराष्ट्र के नासिक जिले के भगूर ग्राम में 28 मई 1883 को हुआ था। विनायक के पिता का नाम दामोदर पंत तथा माता का नाम राधाबाई था। सावरकर जी चार भाई बहन थे। वीर सावरकर न केवल स्वाधीनता संग्राम सेनानी थे अपितु वे एक महान […]
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प्रकृति के सुकुमार कवि – सुमित्रानंदन पंत
वर्ष 1930 में पंत महात्मा गांधी के साथ नमक आंदोलन में शामिल हुए और देश के प्रति गंभीर हो गये। वह कुछ समय कालाकांकर में भी रहे जहां ग्रामीण जीवन से उनका परिचय हुआ।
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उत्तर प्रदेश में नाकाम हुई मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति
सच ये है कि उत्तर प्रदेश का मुस्लिम मतदाता अपने पारंपरिक आकाओं सपा, बसपा और कांग्रेस से परे नए आकाओं की तलाश में है एआईएमआईएम और आप के मुस्लिम प्रत्याशियों की जीत उनके बदलते रुझान का प्रतीक है।
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यूपी में भगवा लहर का जलवा कायम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश भगवा राजनीति का गढ़ बनने की दिशा में अग्रसर प्रतीत हो रहा है।
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बेहद खतरनाक हैं पीएफआई के मंसूबे
आठ, बिजनौर में पांच, मेरठ में चार, बाराबंकी, आजमगढ़ और मुजफ्फरनगर में तीन- तीन बहराइच, देवरिया और कानपुर में दो -दो तथा सीतापुर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बुलंदशहर, सहारनपुर, मुरादाबाद, रामपुर व अमरोहा में एक -एक सदस्य को हिरासत मे लेकर पूछताछ की जा रही है।
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आदि पत्रकार -देवर्षि नारद
सृष्टिकर्ता प्रजापति ब्रहमा के मानस पुत्र नारद। महान तपस्वी, तेजस्वी, सम्पूर्ण वेदान्त, शास्त्र के ज्ञाता तथा समस्त विद्याओं में पारंगत नारद। ब्रहमतेज से संपन्न नारद। नारद जी के महान कृतित्व व व्यक्तित्व पर जितनी भी उपमाएं लिखी जाएं कम हैं। देवर्षि नारद ने अपने धर्मबल से परमात्मा का ज्ञान प्राप्त किया । वे प्राणिमात्र के कल्याण के लिए सदा उपस्थित रहे। वे देवता, दानव और मानव समाज के हित के लिये सर्वत्र विचरण, चिंतन व विचार मग्न रहते थे। देवर्षि नारद की वीणा से निरंतर नारायण की ध्वनि निकलती रहती थी।भगवदभक्ति की स्थापना तथा प्रचार के लिए ही नारद का अवतार हुआ। नारद चिरंजीवी हैं। नारद जी का संसार में अमिट प्रभाव है। देव, दानव, मानव सबके सत्कार्यों में देवर्षि नारद सहायक सिद्ध होते हैं। नारद जी का जीवन जनकल्याण व मंगलमय जीवन के लिये ही है। नारद जी पर नारायण की विशेष कृपा है। वे शत्रु तथा मित्र दोनों में ही लोकप्रिय थे।
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बदलाव का संवाहक बनी -मन की बात
आज प्रधानमंत्री के ”मन की बात“ कार्यक्रम पर कई संस्थानों में शोध हो रहे हैं।भारतीय जनसंचार संस्थान की ओर से भी एक शोध किया गया है जिससे कार्यक्रम की लोकप्रियता व उसके समाज पर प्रभाव का भी अध्ययन किया गया है।
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अतीक के अतीत होने पर भविष्य की राजनीति: यूपी में नो दंगा, नो कर्फ्यू यहां सब चंगा !!
माफिया अतीक अहमद के समर्थन में बिहार की राजधानी पटना में अलविदा की नमाज के बाद नारेबाजी हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारे लगाये गये और बदला लेने की बात तक कही गई।